पूर्ण चेतन स्थिति में जब पुरुष जानबूझकर अपने हाथ से लिंग (penis) को खड़ा कर घर्षण करके वीर्य (sperm) को निकाल देता है, इस क्रिया को हस्तमैथुन या फिर masturbation कहते हैं. इसे चिकित्सा विज्ञान में masturbation के नाम से जाना जाता है. हांलाकि हस्तमैथुन करने से नसों में उत्तेजना हो जाती हैं, जिससे चरमसुख का एहसास होती है, इसलिए पुरुष कुछ पल की खुशी के लिए इस क्रिया को बार-बार दोहराने लगता है.
हस्तमैथुन की लत कई कारणों से पड़ती है, उनमें अश्लील साहित्य पढ़ना, ब्लू फिल्म देखना, स्त्री-पुरुष और पशुओं की संभोग क्रिया देखना, आँतों में कृमि होना, लिंग पर जमे मेल से खुजली होना, खुजलाने की प्रक्रिया से लिंग का मालिश होने से अनायास ही उसमे तनाव आने से हस्तमैथुन की इच्छा जागना प्रमुख होता है.
पुरुषों की भांति महिलाओं में भी इस बुरी लत के जरिए कई प्रकार के विकार और हानियां पैदा होती है. इस प्रक्रिया से योनी की रगड़ सहने की शक्ति अत्यधिक बढ़ जाने के कारण विवाह के बाद संभोग से पूरी तृप्ति नहीं मिलती. इसके अलावा, पुरुष से सामान्य संभोग में disgust, leucorrhoea, mental और neurological रोग भी पैदा हो सकते हैं, जो शादीशुदा जिंदगी को कष्टप्रद बना देती है.
नियमित हस्तमैथुन करते रहने से आँखों की ज्योति में कमजोरी आ जाती है, चेहरा की रोनक खो जाती है, आँखें गड्ढे में चली जाती है, नपुंसकता, स्वपंदोश, लिंग का छोटा, पतला, शिथिल पड़ना, mental stress, आत्महत्या करने की प्रबल इच्छा, शीघ्रपतन, हमेशा सोए रहने का मन होना, लड़कियों और स्त्रियों से बातें करने की हिम्मत न होना, हाथों और पैरों के तनाव में अत्यधिक पसीना आना जैसी तकलीफे भी होने लगती है.
Muje sighrapatan or nightfall dono sathme he is ka koi desi upay de jisse ghar me bethe thik hoja ye thank you !