समय के साथ खुद को कैसे बदले? 4 उपाय

समय के साथ खुद को कैसे बदले? 4 उपाय

हम तब अपने में बदलाव के बारे में सोचते है जब हमको लगता है कि हमारी जिंदगी में कुछ ठीक नहीं चल रहा है या हम हमेशा परेशानियों में घिरे रहते है। ऐसा सिर्फ आप के साथ ही नहीं होता बल्कि आप जैसे कईओं के साथ होता है, ऐसा इसलिए है क्योंकि आप लोग जिंदगी में ठहराव पसंद करते है ना की बदलाव।

दोस्तों बदलाव जिंदगी का नियम है और हमे इसे मानना चाहिये। बहुत सारे शोध ये साबित कर चुके है कि अगर आप समय के साथ-साथ अपने आपको बदलना चाहते है तो आपको नये नियम बनाने होंगे और नयी-नयी आदतों का पालन करना होगा। अगर आप लोगो को समझ नहीं आ रहा है कि किस तरह से खुद में बदलाव किया जाए? तो आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।

पहले ये जाने कि आप किन वजह से बदल नहीं रहे

दोस्तों बदलाव करने के बारे में तो सभी सोचते है और सभी कोशिश भी करते है पर कोई-कोई ही अपने आपको बदल पाता है। तो ऐसी कौन से कारण है जिसकी वजह से हम अपने आपको पूरी तरह से नहीं बदल पाते। इस भाग में हमने कुछ कारणों या वजहों के बारे में बात करेंगे। आप इन वजहों को पढ़े और समझे।

समय के साथ खुद को कैसे बदले? 4 उपाय
Khud ko kaise badle?

1. मन का विचलित होना

मन का विचलित होने का मतलब है कि मन में स्थिरता का ना होना मतलब मन में ठहराव ना होना। जिन लोगो का मन अपने काबू में नहीं होता उन लोगो को जिंदगी में बदलाव करने में बहुत समस्या आती है।

उदाहरण के लिए – आप एक ऐसे professional line में जाना चाहते है जो आज के समय में बहुत लोकप्रिय है। आप उस line में घुस भी जाते है और सीखते है। लेकिन अचानक कुछ समय के बाद आपको उस काम में मजा नहीं आता और आपका मन उस काम को छोड़ने का करता है।

आप उस काम को छोड़ देते है और कोई दूसरी line पकड़ लेते हो। फिर आप उस line में काम करते हो फिर कुछ समय के बाद आप उस काम को भी छोड़ देते हो और फिर आप किसी और line में घुस जाते हो। माना कि आप समय के साथ-साथ चलने की कोशिश कर रहे हो लेकिन आप सही तरीके से नहीं बदल पा रहे हो। समय के साथ बदलने का मतलब होता है अपने आपको पूरी तरह से ढालना।

दोस्तों हमे नहीं लगता कि इस तरह से आप अपने आपको बदल सकते हो। अगर आपको लगता है कि आपका मन बहुत चंचल है तो आपको ध्यान करना चाहिये। ध्यान आपके मन को स्थिर रखने में सहायता करता है।

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2. अपनी गलतियों से ना सीखना

ग़लतियाँ इसलिए होती है ताकि आप अपनी गलतियों से सीख सके और आगे जाकर आप उन गलतियों को ना दोहरा सके। जो इंसान अपनी हर गलतियों से कुछ नहीं सीखता ऐसे में बार-बार वो ग़लतियाँ सामने आती है। इस तरह से आपकी जिंदगी एक ही जगह पर रुकी रहती है तो बताइये ऐसे में आप कैसे समय से साथ अपने आपको बदल सकते हो। आपको जो चीज रोक रही है वो है गलतियों से ना सीखना।

तो दोस्तों जब भी आप कुछ ग़लतियाँ करो या आपको लगे कि आपने कुछ ग़लतियाँ की है तो तुरंत अपनी गलतियों को एक notepad में लिखे और ये भी लिखे कि आपने ये ग़लतियाँ क्यों की है। अब एक-एक करके अपनी ग़लतियाँ माने। इस तरह से आप अपनी गलतियों को याद रख सकते है।

3. नकारात्मकता का लगातार आना

नकारात्मकता और सकारात्मकता हमारी जिंदगी के 2 हिस्से है। आपको कभी सकारात्मकता महसूस होता है तो कभी नकारात्मकता महसूस होती है। सकारात्मकता में आप अपने में बहुत आत्मविश्वास महसूस करते हो लेकिन नकारात्मकता में आपका आत्मविश्वास का स्तर बहुत कम हो जाता है और ऐसे में आप अपने आपको बहुत लाचार महसूस करते हो।

दोस्तों आप में से बहुत से ऐसे होंगे जो जब नकारात्मकता से गुजरते है तब वो इससे निकल नहीं पाते है इसके पीछे सबसे बड़ा कारण नकारात्मकता से निकलने की कोशिश ना कर पाना होता है।

तो दोस्तों जब आपको लगे कि आप बहुत ज्यादा नकारात्मकता महसूस कर रहे हो तब प्रेरक और प्रेरणादायक चीज़े पढ़े जैसे कि – प्रेरक और प्रेरणादायक किताबें, सुविचार, कहानियां आदि।

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4. डर की वजह से प्रयास ना करना

अगर आप समय के साथ साथ बदलना चाहते है तो आपको अपनी जिंदगी में बहुत बदलाव करने होते है और आप बदलाव तभी कर सकते हो जब आप उसके लिए प्रयास करो। जो लोग प्रयास नहीं करते है या अपनी जिंदगी में ठहराव रखना पसंद करते है ऐसे लोगो के मन में डर ने डेरा पा लिया होता है। डर ही एक एसी चीज़ से जिससे सभी इंसान डरते है।

एक simple सा फार्मूला है कि जो चीज आपके साथ हुई ही नहीं है उसके लिए क्यों डरना। हमारा कहने का मतलब ये है कि मान लो कि आपने अपने career के लिए कोई course चुन रखा है लेकिन आप भ्रमित है कि करूँ की नहीं। आप भ्रमित इसलिए है क्योंकि आपके मन में ये डर है कि कही ये course करने के बाद job नहीं मिली तो? या आगे जाकर इस करियर की कोई मांग ना हुई तो?

आप आगे बढ़ना तो चाहते है लेकिन आपका डर ही आपको आगे बढ़ने नहीं दे रहा है। एक simple सी बात है कि जो चीज आपके साथ हुई ही नहीं उसके लिए आपको डरना ही क्यों है। अगर आपकी तरह ही पूरी दुनिया के सभी लोग सोचते तो आज कोई किसी से आगे ना होता। दोस्तों प्रयास और जोखिम लेना सीखो, इसी में ही मजा है।

समय के साथ खुद को कैसे बदले?

अब बात करते है कि अपने में बदलाव कैसे करे? इस भाग में हमने कुछ अनोखे तरीके बताए है जो आपको समय के साथ बदलने में सहायता करेगी। तो इन तरीकों को पढ़े और इनका पालन करे।

1. पहले फैसला करे कि आपको अपने में क्या विकसित करना है

अगर आपको लगता है कि आप काफी समय से बदले नहीं हो या आपकी कही पर भी विकास नहीं हुई है तो समझ लीजिए कि आपकी जिंदगी एक जगह पर स्थिर है। अब आपको कुछ ऐसे फैसले लेने होंगे जिससे आप अपने आपको समय के साथ-साथ विकसित कर सको। सबसे पहले आपको ये फैसला करना होगा कि आप अपनी में किस चीज में विकास चाहते है।

वो कुछ भी हो सकते है जैसे कि देर से उठाना और देर से सोना, आपका आलसपन, किसी भी बात को ध्यान से ना सुनना, काम में तेजी ना दिखाना, कुछ नया ना सीखना, किताबें ना पढ़ना, ज्यादा बोलने की आदत और समय के महत्व को ना समझना।

अगर आप इस तरह की आदतों को बदलना चाहते है तो इसके लिए आपको एक notepad और एक pen की जरुरत होगी। अब एक-एक करके अपनी बुरी आदतों को लिखें, जिसकी वजह से आप बदल नहीं पा रहे हो। लिखने के बाद इन पर focus करो कि इन आदतों को कैसे बदले।

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2. अपना हर रोज का लक्ष्य निर्धारित करे

आलसपन और सुस्ती ही हमे समय के साथ बदलने नहीं देती। तो आपको अपना हर रोज का एक लक्ष्य निर्धारित करना होगा। इस लक्ष्य निर्धारित का मतलब है कि आपने पूरे दिन भर में क्या-क्या करना है। इस तरह से आप अपने आपको अनुशासन में रख सकते हो। सुबह से लेकर शाम का समय निर्धारित करे कि किस-किस समय आपको क्या-क्या करना है। इस तरह की आपकी हर रोज का प्रयास आपको समय के साथ साथ ले कर चलती है।

3. शरीर को भी स्वस्थ रखे

अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा समय गुस्से में या दुखी रहते है तो हो सकता है कि आपका शरीर स्वस्थ ना हो। हमारे कहने का मतलब है कि आपका आहार स्वस्थ ना हो। शोध से साबित हो चुका है कि आप जिस भी तरह के आहार लेते हो उसका असर आपके दिमाग और आपके शरीर पर पड़ता है।

तो अब आप समझ ही गये होंगे कि शरीर को स्वस्थ रखना कितना जरूरी है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए स्वस्थ आहार ले जैसे कि – हरी सब्ज़ियाँ, फल, जूस, जितना हो सके उतना पानी पिए। अगर आप junk food का बहुत सेवन करते है तो इन्हें कम कर दे। इसके साथ-साथ शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आप व्यायाम, एरोबिक्स या जिम कर सकते है।

4. खुद में बदलाव लाए

आप किसी भी इंसान को देखकर ये बता सकते है कि वो अपनी जिंदगी में गंभीर है की नहीं। अब आप सोच रहे होंगे कि ये कैसे हो सकता है? दोस्तों ये बहुत आसान है, जब हम किसी से मिलते है तो सबसे पहले हम उनके बाहरी look को देखते है और यही से हम 50% अंदाजा लगा लेते है कि वो इंसान किस तरह का है।

अगर वो इंसान एक दम clean हो, चेहरे में चमक हो, full attitude में रहते हो तो आप समझ सकते है कि वो अपनी जिंदगी में बहुत गंभीर है। इस तरह के इंसान को हम कह सकते है कि ये समय के हिसाब से चलने वाले व्यक्ति है। तो दोस्तों अपने बाहरी look पर भी ध्यान दे।

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Ravi Saw

रवि साव एक पेशेवर blogger हैं! वे एक इलेक्टिकल इंजिनियर थे पर blogging करने की रूचि ने उन्हें acchibaat.com बनाने कि प्रेरणा दी. इस वेबसाइट के जरिये वे रिश्तों कि जानकारी और बारीकियों के बारे में बताते हैं ताकि आपका रिश्ता जीवन भर खुशहाल रहे. साथ में रवि जी इस वेबसाइट पर टेक्निकल से संबंधित जानकारियां भी प्रकाशित करते हैं.

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