जैसे ही आपको ये खुशखबरी मिलती है कि आप माँ बनने वाली है, आप खुशी से झूम उठती है। ये मौका जीवन में एक बड़ा बदलाव ला देता है। आपको अपनी जिम्मेदारी का एहसास होने लगता है। बच्चे से जुड़ी हर एक चीज के आप सपने देखने लगती है, लेकिन जहां पहले गर्भावस्था का आनंद लता है वही कैसे ये 9 महीने गुजरेंगे ये जानने का भी रोमांच बढ़ जाता है। क्या सब ठीक होगा या नही? क्या मैं बच्चे का ख्याल रख पाऊँगी या नही? ऐसे कई सवाल मन में आते है।
तो अब चिंता करने की जरूरत नही आज हम आपको वो सारी चीजें बताएँगे जो आप के मन में सवालों के रूप में बसी हुई है। कुछ ऐसे सवाल जिसके जवाब जान कर आपको तस्सली होगी।
गर्भवती (Pregnant) होने के बाद क्या होता है?
शुरुआत के 3 महीने होते है नाजुक
Pregnancy के शुरुआती 3 महीने काफी नाजुक होते है, क्योंकि इस दौरान बच्चे का स्वरूप बनता है। इन 3 महीनों में बहुत ही सावधानी बरतने की जरूरत होती है। पहली बार माँ बनने वाली महिलाओ को अपने डॉक्टर की सलाह को बड़े ही गंभीरता से पालन करना चाहिए। शुरुआती 3 महीने काफी महत्वपूर्ण होते है क्योंकि इस दौरान ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है।
इसी बीच शरीर में कई बदलाव देखा जा सकता है, घबराने की कोई जरूरत नही ये सब सामान्य है। अगर किसी प्रकार का कोई असामान्य लक्षण नजर आए तो तुरंत ही अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताए ताकि समस्या की शुरुवात में ही उस पर काबू पाया जा सके।
1 – उलटी आना
ये एक सामान्य समस्या है जिसे हर एक गर्भवती महिला को होती है। लेकिन ये सब चीजों से वो तनाव में आ जाती है। वैसे तो ये सामान्य है पर बहुत ज्यादा उल्टी होने की वजह से वजन कम हो सकता है और पानी की कमी की समस्या हो सकती है। इस बारे में अपने डॉक्टर को हर पल की जानकारी देना बहुत जरूरी है।
2 – गैस्ट्रिक समस्या – Gastric Problem
गर्भवती महिलाओ के सिने में जलन, गैस कि समस्या, पेट दर्द और बार-बार पेशाब आने जैसी समस्या, गैस संबंधित समस्या के कारण आती है। शरीर में हारमोन बदलाव की वजह से ये सारी समस्या होती है। ये सामान्य है। इसलिए घबराने की जरूरत नही। लेकिन अगर स्तिथि बढ़ जाए या काबू में ना हो तो इसकी अनदेखी करना सही नही।
ऐसे में सही खान-पान अहम होता है। इसलिए अपने भोजन के प्रति सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि आपके भीतर एक नयी जिंदगी पल रही है। उन्हे अपनी खुराक भी स्वस्थ रखनी चाहिए। ये भी पता होना चाहिए कि आपको क्या खाना है और किन चीजों से परहेज करना है, ताकि आगे चलकर कोई समस्या ना हो।
3 – खून बहने की समस्या – Bleeding Problem
गर्भावस्था के दौरान सभी महिलाओ को पीरियड नही होते। लेकिन अगर शुरुआती 3 महीने में ऐसा हो भी जाए तो बहुत ज्यादा चिंता करने की जरूरत नही है। लेकिन अगर दूसरे या तीसरे महीने में bleeding होता है तो यह खतरे की घंटी हो सकती है। यह miscarriage होने के संकेत हो सकते है। ऐसी स्तिथि में अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
4 – कब्ज कि समस्या
कई महिलाओ को गर्भावस्था के दौरान कब्ज की सीकायत रहती है। ऐसा हारमोन progesterone बढ़ने के कारण होता है, जिससे मांसपेशियों के सिकुड़ने-फैलने की गति कम पर जाती है। कब्ज के कारण महिलाओ को चक्कर, नींद और आलस होने की शिकायत होती है।
5 – सिने में दर्द होना
गर्भावस्था के दौरान ये समस्या सामान्य होती है। जब शरीर में हारमोन बदलाव हो रहे होते है और शरीर बच्चे का वजन सहने को तैयार होने लगता है तो स्तन (breast) का आकार भी बढ़ने लगता है। इसी वजह से दर्द भी शुरू हो जाती है। लेकिन इसमे घबराने की जरूरत नही है। दर्द को हल्का करने के लिए अच्छे support bra पहने। कसा हुआ bra कभी ना पहने।
इनसे रहे दूर
किसी भी नसिले पदार्थ से दूर रहे। कुछ नासिले पदार्थों में लगभग 200 से उपर fats toxic chemical होते है, जो बच्चे के विकास पर असर डालते है। यह blood cell को सिकोड़ देता है, जिस कारण Blood pressure बढ़ जाता है और ऑक्सीजन का स्तर कम होने से सास संबंधी दिक्कतें होती है। बेहतर होगा कि इन चीजों से दूर रहे।
अपने वजन पर ध्यान रखे
गर्भावस्था के दौरान अपने वजन पर ध्यान देना जरूरी है, लेकिन यह जरूरी नही कि आप दोगुना आहार लेंगे। आहार में पौष्टिक चीजें होनी चाहिए ना की वजन बढ़ने वाली चीजें।
इसे भी पढ़ें-
- Miscarriage क्यों होता है और कैसे इनसे बचा जाए?
- बड़ी उम्र में माँ बनने से क्या समस्या होगी?
- अगर आप गर्भवती है तो इन 19 चीजों को जाने लें