Period der se aane ki wajah kya hai और क्या आपका भी पीरियड नहीं आया अभी तक और आप सोच रही हैं कि पीरियड देर से आने की वजह क्या है? तो आज का हमारा विषय इसी पर है, आज हम उन सभी वजहों के बारे में जानेंगे जिसकी वजह से पीरियड नहीं होती। गर्भावस्था के अलावा पीरियड लेट या देर से आने के कई कारण होते है। हॉरमोन असंतुलित होना और अनियमित खान-पान भी इसके कारण हो सकते है। वैसे भी महिला के जीवन में दो समय ऐसे होते है जब उनका पीरियड असामान्य होता है जो की बिल्कुल सामान्य बात है। वो दो समय होते है-
- जब पीरियड शुरू होता है
- और दूसरा जब पीरियड के बंद होने (मीनोपॉज) की सुरुवत होती है।
लड़कियों में 10 साल से लेकर 15 साल की उमर में पीरियड की शुरुआत होती है और इसके शुरू के पहले दो सालों में उनका हॉरमोन खुद को adjust करने में लगा होता है और ये भी पीरियड के late होने की वजह हो सकती है। और ठीक उसी तरह महिलाओं में मोनोपोसे 45 साल से लेकर 55 साल की उमर में शुरू होता है और क्योंकि आपका शरीर एक बदलाव के दौर से गुजर रहा होता है और ये भी पीरियड के असामान्य होने का कारण हो सकता है।
एक स्वस्थ पीरियड साइकिल 1 से 35 दीनो का होता है और अगर आपका पीरियड इनके आगे या पीछे के दीनो में होता है या नही होता है तो इसके कारण इनमें से कोई एक या एक से ज्यादा हो सकते है।
पीरियड लेट से आने की वजह क्या है?
1. चिंता
चिंता आपके हॉरमोन को प्रभावित करके आपके दिनचर्या को बदल सकता है और यहां तक कि आपके दिमाग का हिस्सा जो आपके पीरियड के जिए जिम्मेदार होता है, उसे भी प्रभावित कर सकता है और जिसके कारण आपका पीरियड late से होता है। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि आप चिंता से दूर रहे, चिंता होने की स्तिथि में चिंता दूर करने वाले व्यायाम और योगा करे।
2. Body Mass Intake
महिलाएं, जिन्हे अनियमित या अनियत्रित या ना खाने की शिकायत होती है उनमें पीरियड देर से आने की परेशानी ज्यादा होती है। इसलिए ये जरूरी है कि आपका वजन और लंबाई का अनुपात, body mass intake (BMI) सही हो और अगर आपका BMI 18-19 से कम है तो ये आपके शरीर के काम करने के तरीके को बदल सकता है, जिसकी वजह से ovulation की प्रक्रिया रुक सकती है। इसलिए अपने खाने के विकार (Disorder) का इलाज करा कर स्वस्थ तरीके से वजन को बढ़ा कर आप पीरियड को सामान्य कर सकती है।
3. थाइरोइड
निष्क्रिय या कम सक्रिय थाइरोइड ग्लैंड होने की स्तिथि में भी पीरियड लेट से होने की समस्या होती है। थाइरोइड हमारे शरीर के मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करता है और इसके अनियंत्रित होने से शरीर के हॉरमोन के स्तर पर भी प्रभाव पड़ता है।
4. मोटापा
जिस तरह कम वजन होने से पीरियड में परेशानी हो सकती है, ठीक उसी तरह मोटापे से भी पीरियड के लेट या देर से होने की संभावना बढ़ जाती है, इसलिए अपने आहार पर नियंत्रण करे और अपने वजन को कम करके पीरियड को सामान्य करे।
5. PCOS
Polycystic ovary syndrome (PCOS) एक ऐसी स्तिथि है जिसमे महिला के शरीर में male hormone, androgen का निर्माण बहुत ज्यादा स्तर पर होने लगता है और हॉरमोन असंतुलित होना के कारण गर्भाशय में गाँठ या अल्सर बन जाती है और इस वजह से पीरियड या तो देर से आनी शुरू हो जाती है या रुक जाती है।
6. गर्भनिरोधक गोलियां
जब आप गर्भावस्था से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन शुरू और बंद करते हैं तब आप अपने पीरियड साइकल में बदलाव का अनुभव हो सकता है क्योंकि गर्भनिरोधक गोलियों में हॉरमोन estrogen और progestin पाए जाते है जो अंडाशय को अंडे release करने से रोकता है। गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन रोकने के बाद पीरियड सामान्य होने में कम से कम 6 महीने लगते है।
आज आपने क्या जाना?
आज आपने जाना कि पीरियड देर से आने कि वजह क्या हो सकती है और अब तक आपको पता चल ही गया होगा कि आपका पीरियड किस वजह से नहीं आ रहा। वजह समझे और तुरंत इसका उपचार करें ताकि भविष्य में pregnancy से दिक्कतों का सामान न करना पड़े। अगर आपको हमसे कुछ पूछना है तो comment जरुर करे। धन्यवाद