पढ़ाई के लिए शांत और स्थिर मन के साथ ही जरूरी है उचित माहौल, ताकि किसी भी प्रकार का बाधा ना हो और बगैर किसी रुकावट के बेहतर पढ़ाई हो। जनवरी से मार्च तक तीन महीने का समय परीक्षा की तैयारी के लिहाज से बहुत ही जरूरी होता है। इस दौरान students अपने भविष्य का लक्ष्य खुद लिखते है।
क्योंकि इन्ही तीन महीनों की तैयारी पर परीक्षा में सफलता या असफलता निर्भर करती है, इसलिए परिवार के सभी सदस्यों को चाहिए की वो students को पढ़ाई का सही माहौल दे, ताकि बाहरी दुनिया से अपना ध्यान हटाकर उसे पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करने में समस्या ना हो।
मगर ज़्यादातर लोग यह नही जानते कि असल में एक student को पढ़ाई के लिए किस तरह का माहौल जरूरी है। छोटे परिवार में तो किसी तरह student के लिए अलग रूम की व्यवस्था हो जाती है, पर बड़े परिवारों में यह संभव नही हो पता।
नतीजतन student टी.वी, संगीत के शोर-शराबे में ही पढ़ाई करने पर मजबूर होते है।
जब शोर एक हद से ज्यादा बढ़ जाए, तब दूसरी कोई शांत जगह तलाशने के अलावा कोई रास्ता नही रह जाता। इस ज़्यादती के बदले परीक्षा रिजल्ट अच्छे ना आने पर student को ही अकेले कसूरवार नही ठहराया जा सकता।
इसलिए जरूरी है कि बच्चों को उनकी पढ़ाई के लिए सही वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
आइए, देखे की student को परीक्षा की तैयारी के लिए कैसा माहौल चाहिए –
पढ़ाई करने के लिए कैसा माहौल होना चाहिए– Study Karne Ke Liye Kaisa Surrounding Hona Chahiye?
1. शांत – हवादार कमरा
अगर बच्चे का कमरा अलग है, तो इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि वहां से ना तो सड़क का शोर-शराबा और यातायात से कोई बाधा आए और ना ही खिड़की या छत से बाहर का नजारा दिखे, कमरे की बनावट ऐसी हो, ताकि उसमें पर्याप्त मात्रा में हवा और रोशनी आए।
इस बात का भी ख्याल रखे कि घर-परिवार के दैनिक कामकाज और गतिविधियों से student को कोई समस्या ना हो और ना ही बार-बार बच्चे के कमरे में जाकर कोई उसे परेशान करे।
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2. बैठने की जगह
पढ़ने वाले बच्चे को हमेशा कुर्सी में बैठकर ही अपनी पढ़ाई करनी चाहिए। इसके अलावा यह भी जरूरी है कि बैठने की जगह के सामने पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश, हवा आदि की व्यवस्था हो।
बैठने की जगह fixed होनी चाहिए। यहां-वहां बिखरी किताबें, कॉपी या नोट्स आदि student को हर जरूरी चीज लेने के लिए उठने पर मजबूर करते है और इससे उसका ध्यान भंग होता है।
अगर एक ही कमरे का उपयोग दो बच्चे कर रहे हो, तब उनकी टेबल अलग और एक-दूसरे से दूर होनी चाहिए। दोनो tables के बीच इतना फासला हो कि वो आपस में एक-दूसरे को परेशान ना कर सके।
3. ध्यान बटाने वाले अन्य समान
जब बच्चा कमरे में परीक्षा की तैयारी कर रहा हो, तो वहां पर अन्य ग़ैरज़रूरी चीजें, जैसे – मोबाइल, अखबार या टी.वी, रेडियो आदि नही होनी चाहिए।
इससे student का मन पढ़ाई से भटकता है। कमरे में कोर्स की किताबों के सिवा दूसरा कोई भी समान ना हो, यह सुनिश्चित करे।
4. बीच-बीच में उनका ध्यान रखे
बच्चे की पढ़ाई के बीच में उसकी खैर-खबर पूछते रहे, उसकी मेहनत को सराहे, उनका आत्मविश्वास बढ़ाए, आपका ये व्यवहार बच्चे की हौसला बढ़ाएगा।