निम का पेड़ और उसकी छाव में बैठने का मजा ही कुछ और है, जितना सकून निम के पेड़ कि हवा और छाया देती है उतना ही इस पेड़ के औसधीय गुण भी हैं. क्या आपको पता है कि नीम के पत्तों को हम अपने जीवन में अपनाकर स्वस्थ जीवन जी सकते है? नीम के पत्तों के फायदे क्या हैं? नहीं पता! तो आज का हमारा आर्टिकल इसी पर है आज हम नीम के पत्तों के फायदों के बारे में जेनेगे.
बालों के लिये संजीवनी है: अगर सिर के बाल गिरने आरम्भ हो गये तो तुरंत सतर्क हो जाएँ. नीम और बेर के पत्तों को उबालकर, उस पानी से बालों को धोएं, फिर बालों को सुखाकर नीम का तेल बालों की जड़ों में खूब मसले, इससे बाल नहीं झड़ेंगे, जुएँ मरेंगे, बाल काले लम्बे घने होंगे.
नीम का shampoo भी बालों के लिए वरदान है, नीम की निम्बोली की गिरी और अरीठा समान मात्रा में मिलाकर पिस लें, उसमें मेंहदी powder भी मिला लें, दो मग गरम पानी में चार चम्मच यह mixture घोलकर shampoo बना लें, इससे सिर धोयें, सिर की बदबू, खुजली, dandruff, जुएँ समाप्त होंगी और बाल काले मुलायम होंगे.
नीम के पत्तों से क्या होता है?
1. बाल झड़ना रोकता है
सिर में जगह-जगह बाल झड़ने पर नीम का तेल लगाए, 2-3 महीने तक इसकी मालिश करें, पलकों के बाल झड़ने लगे हों तो नीम के ताज़ा पत्तों का रस पलकों पर लगते रहें – आँख को बचाएँ.
2. फोड़े-फुंसी से राहत दिलाता है
नीम की लुदगी लगाने से फोड़े-फुंसी से राहत मिलती है, करीब 150 नीम पत्तों को पिस लें, ताम्बे के बर्तन में करीब 75 ग्राम सरसों का तेल गरम करें, जब तेल से धुआँ उठने लगे तो इसमें नीम के पत्तों की लुदगी डाल दें, जब लुदगी पूरी तरह जलकर काली पड़ जाए तो उसे ठंडा होने दें – उसमें थोड़ा कपूर और पीला मोम मिलाकर पिस लें.
इस मलहम को फोड़े-फुंसी पर लगायें.
3. Abnormal period को नियमित करता है
अनियमित मासिक धर्म (periods) से मुक्ति के लिये एक गिलास पानी में एक चम्मच नीम की छाल और थोड़ा गुड़ उबालें, आधा गिलास रह जाने पर इसे छानकर पिए, 20-25 दिनों तक सुबह यह काढ़ा पिने से लाभ होगा.
मासिक धर्म के दौरान बदन दर्द से बचने के लिए नीम के पत्तों का रस 5 ग्राम, अदरक रस 10 ग्राम और उसमें इतना ही पानी मिलाकर पिए, मासिक धर्म में रुकावट होने पर नीम की हरी पत्नियों को सेक कर नाभि के नीचे बांधें – दस नीम की पत्ती और थोड़ा अदरक को पीसकर इसकी गोली पानी से ले लें.
4. Piles के लिए लाभकारी
बवासीर (piles) से पीड़ित रोगी अगर 10 निम्बोली + गुड़ + सेंधा नमक + मिश्री थोड़ी मात्रा का मिश्रण सुबह शाम ठंडे पानी के साथ लें तो फायदा होगा, ऐसा 7 दिन तक करके देखें.
5. पेट की बीमारी दूर करता है
पतझड़ के बाद फूलने वाली नीम की नई कोपलें सुबह खाली पेट खाते रहने से पेट के सभी रोगों में फायदा होगा, इससे चर्म रोगों (skin disease) में फायदा होगा, इससे चर्म रोग भी नहीं होंगे और मुख पर कांति आएगी.
6. दाद का इलाज
दाद होने पर नीम की हरी टहनी को जलायें, इसे जलने पर उसके आस-पास से पानी निकलेगा, इस पानी को दाद पर लगायें, दही में नीम की पत्नियों को पिस कर भी लगा सकते हैं, लाभ होगा.
7. Constipation से राहत दिलाता है
नीम के फूलों को सुखाकर पीस लें, रात को सोते समय एक चटकी चूर्ण गर्म पानी के साथ लें, कब्ज से राहत मिलेगी, नीम की पत्ती का रस पानी में मिलाकर सूर्योदय से पूर्व पिये, थोड़ा टहलें, शौच साफ होगा.
8. गले के दर्द को दूर करता है
गले में दर्द की शिकायत या खराश होने पर दो चम्मच नीम रस + आधा चम्मच शहद एक गिलास गर्म पानी में मिलाकर नित्य दो बार गरारे करें, इससे जमा हुआ कफ भी निकाल जाएगा.
9. Urinary bladder में stone की समस्या को दूर करता है
गुर्दे या मूत्राशय की पथरी में एक चम्मच नीम के पत्तों की राख ठंडे पानी के साथ दिन में तीन बार लें, कुछ ही दिनों में आराम हो जायेगा, राख बनाने के लिए नीम की पत्तियों को छाया में सुखाकर किसी बर्तन में जला लें, जल जाने पर बर्तन को ढक दें, 4-5 घंटे बाद ये जली पत्तियां पिस लें.
10. Jaundice का इलाज
पीलिया (jaundice) होने पर नीम पत्ती का रस तीन चम्मच + आधा चम्मच सोंठ powder + चार चम्मच शहद मिलाकर सुबह खाली पेट 5-7 दिनों तक लें, उन दिनों केवल दही चावल खाए और छाछ पिए, तेल, गुड़ शक्कर का सेवन न करें.
11. Acne दूर करता है
मुंहासों (acne) से छुटकारा पाने के लिए निम्बोली की गिरी पीसकर रोज़ाना चेहरे पर लगाएँ, दाग-धब्बे भी मिटेंगे, और चेहरे पर निखार आयेगा.
नीम के अन्य फायदे
नीम में चिंता और तनाव को दूर करने वाले anti-oxidant, vitamin-c, vitamin-e और केरोटीनायड भी होते है, जो मन को शांत करते है, पीलिया (jaundice) होने पर नीम की पत्तियां पीसकर एक कप पानी मिलाकर गर्म करें, गुड़ मिला कर पिने से लाभ होता है.
नीम sulfur का भंडार है, इसलिए यह सर्वश्रेष्ठ प्राकृतिक anti-biotic है.
नीम की पत्तियां को दही में पीसकर लगते रहने से पुराने से पुराने एग्जिमा हमेशा के लिए समाप्त हो जाते है, मुंहासों (acne) के लिये नीम की पत्तियां पीसकर लगायें.
फुलबहरी, सफेद दाग में भोजन करने से पहले रोज 10-25 नीम की पत्तियां दिन में तीन बार चबा-चबाकर खाए और त्वचा पर नीम का तेल लगाए.
नीम में एक ऐसा रसायन होता है जिसे ‘ embodies ‘ कहते है जो जोड़ों की पीड़ा / सूजन में आराम देता है.
नीम के पत्ते, छाल और मिम्बुड़ी, anti-bacterial, anti-viral, anti-fungal, anti-सूजन का काम करते है.
इससे सभी प्रकार के हानिकारक कीड़े मर जाते है.
इससे सूजन नहीं होती, virus के रोग नहीं होते एवं शरीर में कही भी फंगल नहीं होती.
नीम अति शक्तिशाली anti-oxidant है.
हमारे शरीर में चायपचय क्रिया से हानिकारक free-radicles बनते रहते है.
इन मुक्त कणों से लड़ने के लिये हमें भरपूर मात्रा में anti-oxidant की जरुरत है.
नीम सभी प्रकार के chemical, विषैले तत्वों से हमारा बचाव करता है,
जिससे heart-diseases, cancer, asthma, गठिया आदि का प्रकोप नहीं होता, इसीलिए रोज मीम खाना अनिवार्य हो गया है.
Typhoid में नीम की छाल के काढे में साबुत धनिया व सौंप का चूर्ण मिलाकर पिने से शीघ्र लाभ मिलता है.
Malaria, Dengue जैसे viral ज्वारों में भी यह बहुत लाभकारी है.
खुनी बवासीर में 4-5 नीम की निम्बोड़ी रोज खाने से अर्श रोग हमेशा के लिए समाप्त हो जाता है.
नीम खाने से भोजन में उपलब्ध chemical व विषैले तत्वों का lever पर प्रभाव नहीं पड़ता, lever के रोग नहीं होते.
Asthma रोग में आधा किलो शुद्ध तिल के तेल में 200 ग्राम नीम की निम्बोड़ी धीमी आंच पर पकाएं.
आधा रह जाने पर बोतल में भरकर रख लें.
रोज दो चम्मच तेल चाय के साथ लेने से asthma बिल्कुल ठीक हो जाता है.
Sinus के रोग में इसी तेल की एक बूंद सुबह-शाम नाक में डालें.
Diabetes के रोगियों के लिए ये अमृत है.
10 नीम के पत्ते सुबह खाली पेट खाने से शर्करा की मात्रा पर नियंत्रण रहता है.
अधिक मासिक स्त्राव को रोकने के लिए नीम का रस पिए अथवा खाए.
मासिक की रुकावट में नीम की छाल पीसकर एक चम्मच सौठ चूर्ण और गुड़ मिलाकर पिए.
केवल 4-5 नीम के पत्ते रोज चबाने से हम स्वस्थ रह सकते है और अनेक रोगों से बचे रह सकते है.
अपने घर से आस-पास नीम का पेड़ भी लगाए.
आज आपने क्या जाना?
आज आपने जाना कि नीम के पत्तों के क्या फायदे होते हैं और साथ में ये भी जाना कि नीम के पत्तों को कैसे इस्तेमाल किया जाये ताकि हम अपने शरीर को स्वस्थ रख सके. अगर आपको हमारा आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरुर share करें ताकि उन्हें भी नीम के पत्तों के बारे में जानकारी मिल सके. धन्यवाद
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