मुहावरे और उनके अर्थ, Hindi muhaware jo samajh me na aaye, Hindi muhaware or unke matlab
गला घोटना – अत्याचार करना
गला फंसाना – बंधन में पड़ना
गले बढ़ना – जबरदस्ती किसी को कोई काम सौंपना
गले का हार – बहुत प्यारा
गत बनाना – दुर्दशा करना
गड़े मुर्दे उखाड़ना – पिछली बातों को याद करना
गिरगिट की तरह रंग बदलना – किसी बात पर स्थिर न रहना
गुड़ गोबर करना – सब किया-कराया बरबाद कर देना
गुरुघंटाल – बहुत धूर्त
गुदड़ी का लाल – गरीब घर में अमूल्य वस्तु या व्यक्ति
गुल खिलाना – कोई नीच कार्य करना
गुलछर्रे उड़ना – मौज करना
घर सिर पर उठाना – बहुत हल्ला मचाना
घर फूंककर तमाशा देखना – अपना नुकसान करके आनन्द मनाना
घर में गंगा बहना – सरलता से साधनों का मिल जाना
घड़ो पानी भरना – बहुत लज्जित होना
मुहावरे और उनके अर्थ
घाट-घाट का पानी पीना – बहुत अनुभवी होना
घाव पर नमक छिडकना – दुखी को और दुखी करना
घास खोदना – फिजूल समय बिताना
घात में रहना – अवसर देना
घाव हरा होना – दुख की घड़ियाँ याद आना
घिग्घी बांधना – गले से आवाज न निकलना
घी के दिए जलाना – बहुत खुशियाँ मनाना
घोड़े बेचकर सोना – निश्चिंत होना
चम्पत होना – भाग जाना
चल बसना – मर जाना
चंगुल में फंसना – मीठी बातों में वश में हो जाना
चांदी का जूता – रूपया-पैसा
चाँद पर थूकना – किसी भले व्यक्ति पर लांछन लगाना
चादर से पैर बाहर पसारना – अपनी शक्ति से अधिक खर्च करना
चारों खाने चित होना – बुरी तरह हराना
चिकना घड़ा – जिस पर कुछ असर न हो
चूड़ियाँ पहनना – स्त्रियों के समान घर में बैठना
चुल्लूभर पानी में डूब मरना – शर्म अनुभव करना
चूल्हा न जलना – बहुत गरीब होना
चेहरे पर हवाइयां उड़ना – घबरा जाना
चींटी के पर निकलना – मृत्यु काल निकट आना
चैन की बंसी बजाना – बेफिक्र हो जाना
चौकड़ी मरना – छलांग लगाना
चौकड़ी भूलना – मस्ती भूल जाना
छक्के छुड़ाना – हराना
छाती ठोककर कहना – दावे से कहना
छठी का दूध याद आना – बहुत घबरा जाना
छाती पर मुंग दलना – विरोधी के साथ साहस से रहना
छाती पर पत्थर रखना – हौसला रखना
छप्पड़ फाड़कर देना – अचानक धन का आ जाना
छोटा मुंह बड़ी बात – बढ़चढ़कर बोलना
जहर का घूंट पीना – क्रोध रोक लेना
जल-भुनकर कोयला होना – इर्ष्या से भर जाना
जलती आग में घी डालना – लड़ाई या क्रोध को भड़काना
जान के लाले पड़ना – गंभीर विपत्ति में पड़ना
जान को रोना – दुखी होकर कोसना
जिंदगी के दिन पुरे करना – कठिनाई के समय बिताना
जी का बुखार निकलना – गुस्से के कारण किसी को मारना पीटना
जीती मक्खी निगलना – जान-बुझकर गलती करना
जूते से खबर लेना – बुरी तरह मरम्मत करना
जूतियाँ चाटना – खुशामद करना
जूतियाँ चटकते फिरना – बेकार घुमते रहना
टका सा जवाब देना – कोरा उत्तर देना
टांग अड़ना – व्यर्थ में दखल देना
टस से मस न होना – हठ न छोड़ना
टाँगे पसरके सोना – बेफिक्र सोना
टोपी उछालना – अपमानित करना
ठन-ठन गोपाल – पास पैसा न होना
ठिकाने लगाना – उपयूक्त स्थिति में पहुंचा देना
ठोकरें खाना – धक्के खाना
डंडे बजाते फिरना – आवारा फिरना
डकार जाना – हड़प कर लेना
डींगे हांकना – शेखियां बघारना
डूबते को तिनके का सहारा – संकट में थोड़ी सहायता मिलना
डूबती नाव चलाना – कठिनाई पर करना
डूब मरना – बहुत लज्जित होना
डंके की चोट – दावे के साथ
डंका बजाना – प्रचार करना
तलवे चाटना – खुशामद करना
तिनका दांतों में लेना – हार मानना
तिल का ताड़ बनाना – मामूली सी बात को बढ़ा चढ़ाकर कहना
त्यौरी चढ़ना – गुस्सा करना
तीन-तेहर होना – बिखर जाना
थाली का बैगन – अस्थिर विचार वाला
थूक कर चाटना – दिए हुए वचन को तोड़ना
दांत खट्टे होना – बुरी तरह परास्त करना
दांत पिसना – क्रोध करना
दांतों तले उंगली दबाना – आश्चर्य प्रकट करना
दिया लेकर ढूँढना – अच्छी तरह खोजना
दाने-दाने को तरसना – बहुत गरीब होना
दाल में कुछ काला – कुछ भेद होना
दिन दुनी रात चौगुनी – बहुत अधिक उन्नति
दम भरना – अभिमान करना
दूध के दांत न टूटना – छोटी उम्र होना
दो दिन का महमान – अस्थायी
दौड़-धुप करना – भाग-दौड़ करना
दाल न गलना – सफल न होना
दोनों हांथों में लड्डू – दोनों दशाओं में लाभ
द्रौपदी का चिर होना – अन्त न मिलना
दो नावों पर पैर रखना – दोनों पक्षों में रहना
धज्जियाँ उड़ाना – नष्ट-भ्रष्ट करना
धोती ढीली होना – घबरा जाना
नमक-मिर्ची लगाना – बढ़ा-चढ़ाकर कहना
नाक में दम करना – बहुत तंग करना