कैसे और क्यों होते है जुड़वा बच्चे? जुड़वा बच्चे पाने के लिए क्या करें?

कैसे और क्यों होते है जुड़वा बच्चे? जुड़वा बच्चे पाने के लिए क्या करें?

ये सवाल हमारे मन में अक्सर उठता रहता है कि आखिर क्यों होते हैं महिलाओं को जुड़वा या फिर तिन बच्चे एक साथ। आज हम इसी सवालों का जवाब देने की कोशिश करेंगे और जानेंगे कि जुड़वा बच्चे क्यों होते है और अगर आपको जुड़वा बच्चे चाहिए तो आपको क्या करना पड़ेगा

आखिर क्या होती है multiple pregnancy?

एक से ज्यादा गर्भधारण की घटना हो medical term में multiple pregnancy कहा जाता है। ये बच्चे एक ही egg या फिर अलग-अलग egg से हो सकते हैं। सर्वेक्षण के अनुसार 200 महिलाओं में से 1 महिला ऐसी होती है जिसे जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं।

जुड़वा बच्चे दो तरह के होते है, पहला होता है कि दोनों एक लिंग के और दूसरा होता है विपरीत लिंग के। एक लिंग के बच्चे ज्यादातर एक ही तरह के कद, शकल, स्वभाव के होते हैं। लेकिन कुछ विपरीत लिंग वाले बच्चे ऐसे हैं जिनकी शकल आपस में तो क्या घर के किसी भी सदस्य से नहीं मिलते।

कैसे और क्यों होते है जुड़वा बच्चे?

जुड़वा  बच्चों के भी दो प्रकार होते हैं।

  1. अभिन्न जुड़वा।
  2. द्विअंडज या भ्रात जुड़वा

अभिन्न जुड़वा

जब कोई स्त्री अपनी अंडकोशिकाओं में एक पुरुष के शुक्राणु (sperm) के होने से गर्भवती होती है। जब वो शुक्राणु उसके अंडकोशिकाओं में दो कोशिकाओं में बट जाए तो इससे उस स्त्री को जुड़वा बच्चे होते हैं जिसे अभिन्न जुड़वा कहा जाता है, क्योंकि ये एक अंडे में एक शुक्राणु के दो हिस्सों में बटने की वजह से हुआ है।

द्विअंडज या भ्रात जुड़वा

जब स्त्री दो अलग-अलग पुरुषों के शुक्राणु से दो अलग-अलग अंडकोशिका में शुक्राणु को नेशेचित करती है तो उसके गर्भ में दो अंडे बनते हैं जिससे उसे जुड़वा बच्चे पैदा होते हैं। इन्हें द्विअंडज कहा जाता है। क्योंकि इसमें दो अलग शुक्राणु के दो अलग अंडे बनते हैं। ये जुड़वा बच्चे स्त्री-पुरुष के एक बार के सहवास क्रिया में ही हो जाते हैं। स्त्रियों में डिम्बाशय में हर महीने एक नए डिम्बकोशिका, एक नए डिम्ब यानि के एक नए अंडकोशिका का निर्माण होता है।

वहीं पुरुष शुक्राणु अनगिनत होते हैं। संयोगवश कभी-कभी स्त्रियों में दो अंडकोशिकाओं का प्राकृतिक रूप से निर्माण हो जाता है। जिनमे दो अलग-अलग शुक्राणु के दो बच्चे जन्म लेते हैं। ये बच्चे थोड़े-थोड़े समय के अंतर पर पैदा होते हैं क्योंकि अभिन्न जुड़वा एक ही शुक्राणु के दो हिस्सों में बटने की वजह से होते हैं, तो इनकी शकल, कद और स्वभाव भी सामान होते हैं।

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लेकिन भ्रात जुड़वा अलग-अलग अंडे में होने की वजह से एक दूसरे से अलग होते हैं जिससे इनकी आदतें और शक्लें एक दूसरे से नहीं मिलती। जब किसी स्त्री के पेट में जुड़वा बच्चे होते हैं तो उन्हें इस बात का कई महीनों के बाद पता चलता है।

ऐसी स्तिथि में पेट का आकार सामान्य से ज्यादा बड़ा हो जाता है। इसके बाद गर्भवती स्त्री जुड़वा बच्चों की दिल की धड़कन सुनकर भी इस बात का पता लगा सकती हैं। एक बात ध्यान में रखे कि अगर किसी महिला को जुड़वा बच्चे हो रहे हैं तो वो कभी भी अपने घर पर delivery न करवाए।

महिला की उम्र रखती है मायने

माँ बनने और जुड़वा गर्भधारण की संभावना उम्र बढ़ने के साथ बढ़ती है। जो महिलाएं 35 साल की उम्र या उससे ऊपर हैं वो Follicle-stimulating hormone (FSH) का अधिक उत्पादन करती है। यह hormone ovaries को ovulation के लिए egg relies करने के तैयार करता है।

Hormone का स्तर जितना ज्यादा होगा, ovulation के दौरान egg उतने ही अधिक relies होंगे। इससे एक से अधिक गर्भ की संभावना होगी। अगर आप जुड़वा बच्चे गर्भ धारण करना चाहती हैं तो उम्र के इस पड़ाव में गर्भधारण की कोशिश करें।

जुड़वा बच्चे पाने के लिए क्या करें?

जुड़वा बच्चे पाने का जरुरी आहार

अगर आप भी जुड़वा बच्चे पाना चाहती हैं तो आप अपने किस्मत या gean के भरोसे न बैठे क्योंकि कुछ ऐसे पौष्टिक आहार भी हैं, जो आपके इस सपने को आसानी से पूरा करने में आपकी मदद करेंगे। इस बात पर पूरी तरह से शोध हो चुकी है और इसी के आधार पर हम आपको ऐसे आहार के बारे में बता रहें हैं, जिनके नियमित सेवन से आपको जुड़वा बच्चे पैदा होने के possibility बहुत हद तक बढ़ जाती है।

1. Folic acid

जब आहार पर शोध हो रही थी तो जुड़वा बच्चों के जन्म और आहार में folic acid को साथ में रखकर देखा गया। Research में पाया गया कि folic acid शुक्राणु को दो हिस्सों में बाटने में सहायक है जिसमें अभिन्न जुड़वा होने की संभावना बनती है। तो आप अपने आहार में beans, पालक और चुकंदर की जरुर शामिल करें। आपको जुड़वा बच्चे होने के अवसर बहुत हद तक बढ़ जाते हैं।

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2. Complex carbohydrate

Complex carbohydrate से ovulation की क्षमता बहुत हद तक बढ़ जाती है। तो अगर आप जुड़वा बच्चे चाहते हों तो आप खाने में complex carbohydrate को जरूर शामिल करें। जिसके लिए आप साबुत अनाज, beans और हरी सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करें।

3. जिमीकंद (Yam)

Africa की एक जनजाति है जिसका नाम है यारुबा। इन जनजाति में देखा गया है कि इन्हें ज्यादातर जुड़वा बच्चे ही पैदा होते हैं। इस अदभुत बात को पता लगाने के लिए शोध की गई जिससे पाया गया कि ये अपने आहार में जिमीकंद का सबसे अधिक सेवन करते हैं। जिमीकंद में एक chemical होता है जो hyper ovulation में मददगार सिद्ध होता है।

4. Dairy products

हर dairy products में calcium की मात्रा अधिक होती है। Calcium न सिर्फ हड्डियों के लिए बल्कि प्रजनन प्रणाली के लिए बहुत लाभदायक होता है और इसे स्वस्थ रखता है। इसलिए जो स्त्रियाँ दूध पीती हैं उन्हें जुड़वा बच्चे होने की 5 गुना ज्यादा संभावना होती है। इसलिए महिलाओं को जुड़वा बच्चे पाने के लिए दूध, cheese, मक्खन, पनीर और दही का अधिक सेवन करना चाहिए।

5. गर्भनिरोधक गोलियां नहीं खाए

वैसे तो गर्भनिरोधक गोलियां गर्भावस्था रोकने का काम करती है, लेकिन इनके सेवन से संभावना है कि आपको जुड़वा बच्चे हों। दरअसल जब आप गोलियां खाना बंद करते हैं तो हो सकता है कि शुरुआत के किसी महीने पीरियड साइकिल के दौरान शरीर में विभिन्न प्रकार के hormonal बदलाव आएं। जिसके चलते इन गोलियों को खाते हुए भी आपको दो गर्भ ठहरने की संभावना बढ़ जाती है।

6. पहली गर्भावस्था के बाद समय लें

जुड़वा बच्चों के लिए अगर आप गर्भधारण की कोशिश कर रही हैं तो अपनी पहली गर्भावस्था के बाद थोड़ा समय लें। जल्दी-जल्दी किये गए गर्भधारण के कारण जुड़वा बच्चे होने की संभावना घट जाती है।

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निष्कर्ष

माँ बनना हर महिला के लिए बेहद सुखद अनुभव होता है। अगर आपको जुड़वा बच्चें हैं तो ये आपकी खुशी को और दोगुना कर देती है। क्योंकि इससे आपको दो बार प्रसव पीड़ा (labor pain) से नहीं गुजरना पड़ता। हालांकि एक बच्चे की तुलना में अगर आपको जुड़वा बच्चे हो गए हैं, तो आपको उनकी परवरिश करने में थोड़ी मुश्किल जरूर होती है। लेकिन फिर भी आपको कई समस्याओं से राहत मिल जाती है। इसलिए अगर आप जुड़वा बच्चे चाहती हैं तो हमारे बताए गए उपायों की मदद से आप जुड़वा बच्चों की माँ बन सकती हैं।

Ravi Saw

रवि साव एक पेशेवर blogger हैं! वे एक इलेक्टिकल इंजिनियर थे पर blogging करने की रूचि ने उन्हें acchibaat.com बनाने कि प्रेरणा दी. इस वेबसाइट के जरिये वे रिश्तों कि जानकारी और बारीकियों के बारे में बताते हैं ताकि आपका रिश्ता जीवन भर खुशहाल रहे. साथ में रवि जी इस वेबसाइट पर टेक्निकल से संबंधित जानकारियां भी प्रकाशित करते हैं.

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