यह बात मायने नहीं रखती कि, आप जिस रिलेशन में अभी हैं, उसकी शुरुयात में आप एक दूसरे के कितना करीब थे, बल्कि यह बात महत्व रखती है कि, आज आपके रिलेशन की क्या स्थिति है और समय के साथ कितना कुछ परिवर्तन आया है.
वह रिश्ता जो आपके लिए खुशियाँ लेकर आया था, जिसनें आपको सारे जहां की खुशियाँ दी लेकिन पिछले कुछ समय से यह आपके लिए दुख का कारण बन चुका है और क्या वजह है कि आप अपने रिलेशन में पहले जैसी फ्रेशनेस महसूस नहीं कर पा रहे हैं.
क्या आप अपने रिलेशन में कुछ कमी महसूस कर रहे हैं? क्या आपको सचमुच यह लगता है की आपका रिश्ता ब्रेकअप की ओर बढ़ रहा है और अब उसका अंत होने वाला है? हम आपको यहाँ इस लेख के माध्यम से कुछ ऐसे संकेत बताने जा रहे हैं जो यह स्पष्ट करता है कि आपका रिलेशन अपने अंतिम पड़ाव पर है या आप जल्दी ही अलग होने वाले हैं.
अच्छी बात यह है की अगर ये संकेत आपको अपने रिलेशन में दिखाई भी दे रहे हैं तो इसका मतलब यह है कि अभी भी आपका रिश्ता बरकरार है जिसे ठीक करने का समय आपके पास मौजूद है. अभी देर नहीं हुई है और आपने किसी प्रकार का अंतिम फैसला भी नहीं लिया है, तो इन संकेतों को पहचानकर अपने रिश्ते को एक नई ऊर्जा के साथ संभालने की कोशिश करें, आपकी यह एक कोशिश आपको और आपके साथी को एक नई उम्मीद दे सकती है.
ये हैं रिलेशन टूटने के संकेत, जानें कैसे बचाएं अपने रिश्ते
1. रिश्ते टूटने के संकेत हैं संपर्क में कमी
यह रिश्तों में खतरे का सबसे पहला संकेत है जब आप यह महसूस करें की आप दोनों के बीच संपर्क कम होता जा रहा है. जब दो लोग एक साथ होते हैं तो वे भावनात्मक रूप से भी एक दूसरे से जुड़े होते हैं जिसका असर उनके बीच के संपर्क या बातचीत से स्पष्ट होता है.
अगर आप पिछले कुछ समय से यह महसूस कर रहे हैं कि आप दोन के बीच अब बातचीत कम होने लगी है यहाँ तक कि आप एक दूसरे से अपनी सारी बातें शेयर भी करना ज़रूरी नहीं समझते तो यह चिंता का एक बड़ा कारण है.
इससे आप यह सुनिश्चित नहीं कर सकते कि अब आपका रिलेशन समाप्ती तक पहुँच चुका है और इसे बचाना मुश्किल है. लेकिन अगर आप अभी प्रयास नहीं करेंगे तो रिश्ते को बचा पाना वाकई बहुत मुश्किल हो जाएगा. इस दिशा में पर्याप्त प्रयास करते हुये खुल कर बातें करें और अपने साथी को यह महसूस कराने का प्रयास भी करे कि अब भी वो आपके लिए उतना ही महत्व रखते हैं, और आप उनसे हर मुद्दे पर अपनी बातचीत साझा करना ज़रूरी समझते हैं.
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2. जब आपका पार्टनर हर बात पर आपकी आलोचना करे
आलोचना हमेशा बुरी या नकारात्मक नहीं होती लेकिन अगर आप पिछले कुछ समय से लगातार यह देख रहे हैं की आपके साथी को आपकी हर बात पर कुछ न कुछ परेशानी है और वे आपकी आलोचना करने से नही चूक रहे हैं तो समझ जाएँ कि यह आपके रिश्ते के लिए एक बहुत ही संवेदनशील समय है.
आपको या आपके साथी को आपकी हर बात पर आलोचना करने का पूरा अधिकार है लेकिन यह रिश्तों के लिए कभी भी अच्छा नहीं होता. हर कोई अपने पार्टनर से अपने लिए कुछ अच्छा सुनने की अपेक्षा भी रखता है जो गलत भी नहीं है.
हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि, अपने पार्टनर में कुछ गलती देखने के बाद उसे सार्वजनिक रूप से कुछ न कहें, बल्कि जब आप दोनों अकेले हों तब उस बात पर चर्चा करें. सार्वजनिक रूप से आलोचना करना आपके रिश्ते के लिए महंगा पड़ सकता है.
3. क्या आपको अपने पार्टनर की भावनाओं की कद्र है
किसी भी रिलेशन को स्वस्थ बनाए रखने के लिए उसे भी उचित पोषण देने की ज़रूरत पड़ती है. रिश्ते में केयर की भावना के साथ आप अपने रिश्ते को पोषित कर सकते हैं, यह शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से ज़रूरी होता है.
अगर आप में अपने पार्टनर के लिए केयर का भाव है लेकिन आप इसे दिखा नहीं पाते तो उन्हें इस बात का पता कैसे चलेगा. और अगर आप भी यही महसूस कर रहे हैं कि आपके पार्टनर में आपके प्रति कोई रुचि या केयर की भावना नहीं है तो इसे आज से ही ठीक करने का प्रयास शुरू कर दें. वरना यह आपके रिलेशन के लिए बहुत घातक हो सकता है.
अगर आप सचमुच अपने रिलेशन के प्रति गंभीर हैं तो इस बात का पता करने की कोशिश करें कि कब से और कहाँ से आप दोन के मन में एक दूसरे के लिए नज़रअंदाज़ करने की भावना ने घर बनाया, इस बात पर चर्चा करें और इसे सुलझाने का प्रयास करें, अपनी भावनात्मक जरूरतों को अपने पार्टनर के सामने खुल कर बोलें, उन्हें विश्वास दिलाएँ की आप उनके लिए कितने महत्वपूर्ण हैं.
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4. क्या आपके बीच नकारात्मकता बढ़ रही है?
क्या आपके साथ ऐसा हो रहा है कि जब भी आप दोनों एक साथ होते हैं तभी नकारात्मकता पैदा होने लगती है? इस दौड़भाग वाली दिनचर्या में जब आप एक दूसरे के लिए बहुत कम समय निकाल पाते हैं और एक साथ बिताए जाने वाले समय के दौरान अगर आपको नकारात्मकता ही ज़्यादा नज़र आती है तो समझ जाएँ कि यह आपके रिश्ते के लिए बहुत कठिन समय है.
जब भी अप साथ होते हैं तो आप बात करने से ज़्यादा झगड़ते हैं, पर इस बार एक नई शुरुआत करने की कोशिश करें. एक साथ क्वालिटी टाइम बिताएँ, इस दौरान नकारात्मक बातों को टाल कर केवल सकारात्मक चर्चा पर ध्यान दें, उन बातों के बारे में सोचें की क्यों और कौन कौन सी बातों पर आपके बीच मतभेद होते हैं.
5. अपने रिश्ते को बचाने के उपाय हिन्दी में
जब भी अप किसी रिलेशन में होते हैं तो यह बहुत ज़रूरी और महत्वपूर्ण होता है कि आप दोनों के मत किसी भी एक बात पर एक जैसे हों. अगर ऐसा नहीं होता तो यह रिश्ते के लिए बहुत मुश्किलें पैदा करने वाला बन जाता है. जब भी ऐसी स्थिति बनें तो अपना मत ज़रूर रखें लेकिन एक दूसरे का विरोध न करें. इससे आपके मतभेद होने की संभावना भी कम हो जाती है और आपको अपनी बात रखने का मौका भी मिलता है.
6. रिश्तों को बचाने के लिए इन बातों से बचें
अगर आप पिछले कुछ समय से अपने पार्टनर को यह कह रहे हैं की मैं ही हमेशा क्यों कॉम्प्रोमाइज़ करूँ, तो समझ लीजिये कि यह आपके रिश्ते का बहुत कठिन और बुरा समय है, यह रिश्तों की सुरक्षा के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है. जब दोनों में से किसी एक को यह महसूस होने लगे कि उसी को हमेशा समझौता करना पड़ता है तो यह आपसी विश्वास की भावना को भी कजजोर कर देता है.
यह भी ज़रूरी नहीं है की रिश्तों को बचाए रखने के लिए एक ही व्यक्ति हमेशा समझौता करे. और अगर आपने यह भी सोच लिया है कि आप कभी किसी हालत में समझौता एनएचएन करेंगे तो भी यह आपके रिश्ते के लिए हानिकारक है. यह दोनों ही स्थिति आपके आपसी रिलेशन को बिगाड़ सकती है.
आप दोनों को इस बारे में बात करनी चाहिए की आगे से सिर्फ एक को ही किसी बात पर समझौता न करना पड़े और अगर दूसरा आपके लिए कुछ त्याग कररहा है तो आपको भी इसका अहसास होना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि अगली बार आपके पार्टनर को एक स्थिति का सामना न करना पड़े.
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7. भरोसे में कमी, खराब होते रिश्ते की पहचान
यह भी एक बहुत ही सामान्य संकेत है जिसके द्वारा खराब होते रिलेशन का अंदाजा लगाया जा सकता है. किसी भी रिश्ते को निभाने के लिए भरोसा या विश्वास सबसे बड़ी चीज होती है. अगर आप को अपने साथी पर भरोसा ही नहीं है तो यह बहुत बुरा संकेत है.
आप दोनों का ही एक दूसरे पर भरोसा करना बहुत ज़रूरी है तभी आपका रिश्ता बचा रह सकता है. एक दूसरे पर भरोसा करें और अगर आपको लगता है की आपका साथी आपको धोखा दे रहा है तो यह बात उससे खुल कर बोले और बताएं कि यह आपकी कमी है कि आप उन पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं, और उनसे मदद की मांग करें.
इससे आपके साथी को भी यह एहसास होगा की आप उन पर भरोसा करना चाहते हैं और इस रिश्ते को बचाए रखना चाहते हैं, अगर आपके साथी भी इस दिशा में सकारात्मक सोचते हैं और आपके साथ किसी प्रकार का धोखा नहीं कर रहे हैं तो वे निश्चित रूप से आपकी मदद करेंगे.
8. अपमान से होते हैं रिलेशन खराब
मतभेद, अपमान और आरोपित करने जैसे काम अक्सर इस बात के संकेत होते हैं कि आपके बीच का रिश्ता अब बेहतर नहीं है और यह अलग होने के लक्षण हैं. अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो इस स्थिति को जितना जल्दी हो सके साफ करने की कोशिश करें.
अगर आप रिलेशन को बनाए रखना चाहते हैं और इसकी बेहतरी के बारे में सोचते हैं तो अभी भी थोड़ा समय बाकी है जब आप अपनी आखिरी कोशिश को अंजाम दे सकते हैं. किसी भी रिश्ते को बेहतर बनाए रखने के लिए उस रिश्ते का स्वस्थ होना भी उतना ही ज़रूरी है. अगर ऐसा हो रहा है तो अपने पार्टनर से सवालल पूछ कर उन्हें अपनी बात को साफ और स्पष्ट तरीके से रखने को कहें. और अगर आपकी तरफ से वाकई कोई कमी हो तो आप उसे ठीक करें.
9. हमेशा बचाव करना है गलत
अपने पार्टनर की बात को समझे बिना अंधविश्वास के साथ अपना बचाव करते रहना आपके रिश्ते के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है और यह रिलेशन की बुरी स्थिति का भी पर्याय है. हर रिश्ते में बहस होती है लेकिन कब यह बहस झगड़े में बदल जाती है और आप बिना कुछ समझे या सुने केवल ‘’मैं सही हूँ’ का नारा लगाते रहें तो यह आपके रिश्ते का अंतिम पड़ाव माना जाता है. हर हालत में दोनों पक्षों का बोलना और सुनना भी ज़रूरी है, दोनों को बोलने और सुनने के समान मौके मिलने चाहिए.
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10. अवरोध से होता है रिलेशन का अंत
संबंध सलाहकार हमेशा इस बात को कहते नज़र आते हैं कि अवरोध किसी भी रिश्ते के बिगड़ते हुये समय का एक संकेत होता है जिसमें रिलेशन एक ऐसे स्थान पर पहुँच जाता है जहां उन्हें बेहतर करने के लिए बहुत ज़्यादा कोशिश करने की ज़रूरत पड़ती है. हर रिश्ते में उतार चढ़ाव आते हैं और हमें सावधानी से होशियारी के साथ काम लेना होता है. किसी भी समस्या को बात करके सुलझाने की चेष्टा करें. अपनी बातें अपने पार्टनर से खुल के बताएं और उन्हें समझने का मौका दें कि आपकी अहमियत उनकी जिंदगी में कितनी ज़्यादा है.