स्वच्छ भारत मिशन या स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा चलाया गया एक विशाल जन आंदोलन हैं जो की पूरे भारत में सफाई को बढ़ावा देता है। इस अभियान को 2019 तक एक स्वच्छ भारत का लक्ष्य रखते हुए 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी की 150 वीं जन्मदिन के शुभ अवसर पर शुरू किया गया था।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भारत को एक स्वच्छ भारत बनाने का सपना देखा और इसके लिए हमेशा कठिन प्रयास किये। राष्ट्रपिता के सपने को साकार करने के लिए भारत सरकार ने इस अभियान को शुरू करने का फैसला किया।
स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश्य सभी ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों को कवर करना है ताकि दुनिया के सामने हम एक आदर्श देश का उदाहरण प्रस्तुत कर सके। मिशन के उद्देश्य में से कुछ उद्देश्य है-
- खेत में शौच समाप्त करना
- अस्वास्थ्यकर शौचालयों को फ्लश शौचालय में परिवर्तित करना
- हाथ से मल की सफाई को रोकना
- ठोस और तरल कचरे का पुन: उपयोग
- लोगों को सफाई के प्रति जागरूक करना
- अच्छी आदतों के लिए प्रेरित करना
- शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई व्यवस्था अनुकूल बनाना
- व भारत में निवेश के रूचि रखने वाले सभी निजी क्षेत्रों के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करना आदि है।
इस मिशन की सफलता परोक्ष रूप से भारत में व्यापार के निवेशकों का ध्यान आकर्षित करना, GDP विकास दर बढ़ाने के लिए, दुनिया भर से पर्यटकों का ध्यान खीचना, रोजगार के श्रोतों की विविधता लेन के लिए, स्वास्थ्य लागत को कम करने, मृत्यु दर को कम करने, और घातक बीमारी की दर कम करने और भी कई चीजों में सहायक होंगी। स्वच्छ भारत अधिक पर्यटकों को लाएगी और इससे आर्थिक हालत में सुधार होगी। भारत के प्रधानमंत्री ने हर भारतीय को 100 घंटे प्रति वर्ष समर्पित करने के लिए अनुरोध किया है जो की 2019 तक इस देश को एक स्वच्छ देश बनाने के लिए पर्याप्त है।