दूसरों की इज्जत कैसे करे? दूसरों की Respect करने के 9 तरीके

आप सभी को ये बात माननी होगी कि आप दूसरों की इज्जत तभी कर सकते हो जब आप अपनी इज्जत करते हो। दूसरों को इज्जत करने का मतलब ये है कि आप अपने रिश्ते को मजबूत कर रहे हो। दोस्तों अपनी इज्जत करने से आपको इज्जत करने की आदत बनती है जो दूसरों के काम भी आती है। अगर आप ये आर्टिकल पढ़ रहे है तो इसका मतलब है कि आपको इज्जत करने के बारे में पता नहीं है और आप ये जानना चाहते है। तो दोस्तों आप सही जगह पर आए है, हमने कुछ बेहतर और अनोखे तरीके बताए है जो आपको सम्मानित व्यक्ति बनने में मदद करेगी।

इसे भी पढ़ें- अपनी खुद की इज्जत (Respect) कैसे बनाए?

सबसे पहले खुद की इज्जत करे

दोस्तों हमने उपर भी बताया था की दूसरों की इज्जत करने से पहले अपनी इज्जत करना सीखे तभी आप इज्जत को समझ सकते है। नीचे हमने कुछ तरीके बता रखे है इनका पालन करे।

दूसरों की इज्जत कैसे करे? दूसरों की Respect करने के 9 तरीके

1. अपना ख्याल रखे

अपना ख्याल रखने से मतलब है कि अपने बारे में सोचना, आप में क्या-क्या सही है और क्या गलत है, अपने शरीर का ख्याल रखना। आपको अपना ख्याल रखने के लिए अपने आपको अकेले में समय देना चाहिए। सोचे कि आप में क्या क्या हुनर है और आप किस वजह से लोगो के सामने बुरे बन जाते है। हर एक बात जो आपको लगे कि ये सही नहीं है उसे ध्यान में रखे और उसे सुधारने की कोशिश करे।

उसी के साथ साथ अपने शरीर पर भी ध्यान दे जैसे कि – अपने आपको साफ़ रखे, अच्छा dressing sense रखे, चेहरे पर मुस्कान रखे। ऐसा करने से सामने वाला आपको देखभाल करने वाला समझता है।

2. अपने व्यवहार में सुधार करे

अगर आपको लगता है कि आपका व्यवहार औरों से बहुत खराब है जिस वजह से लोग आपको इज्जत नहीं करते है तो सबसे पहले आपको अपना व्यवहार अच्छा रखने की जरूरत है। व्यवहार अच्छा रखने के लिए सबसे पहले अपने घर पर ही कोशिश करे। अगर किसी को मदद की जरूरत है तो मदद करे, बड़ों का आदर करे, छोटों से प्यार करे, अगर आपको लगता है कि कोई तारीफ के बहुत लायक है तो उसकी खूब तारीफ करे। इस तरह से आप में आत्मविश्वास आयेगा तभी आप बाहर भी लोगो को इज्जत दे सकते है।

3. अच्छा खाये और व्यायाम करे

आपने अक्सर देखा होगा कि आपका व्यवहार आपके mood पर होता है। जब आपका mood अच्छा होता है तब आप सभी से अच्छे से बात करते हो मिलते हो पर अगर आपका mood खराब होता है तो आपका किसी से भी बात करने का मन नहीं करता है।

तो दोस्तों हमारा कहने का मतलब ये है कि, हमेशा mood अच्छा रखने के लिए आपका मन स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है और मन स्वस्थ तभी रहेगा जब आप स्वस्थ आहार लो या व्यायाम करे।

जरुर पढ़ें- लड़की की इज्जत कैसे करे? क्या करें?

दूसरों की इज्जत करने का तरीका

दोस्तों अब बात करते है कि दूसरों की इज्जत कैसे करे? इज्जत करने के लिए आपको कुछ तरीकों का पता होना बहुत जरूरी है और वो तरीके हमने नीचे बताए है। इन्हे पढ़े और सम्मान पाए।

1. ध्यान से सुने

अगर अगला कोई आपसे बात कर रहा है तो इसका मतलब ये है कि वो आपसे कुछ कहने की कोशिश कर रहा है और ऐसे में अगर आप उसकी बातों को हवा में सुनोगे तो उसकी बातों का कोई फायदा नहीं रहेगा और आपके लिए उसकी इज्जत कम हो जाएगी।

तो दोस्तों अगर कोई भी आपको कुछ कह रहा है तो उसकी बातों को ध्यान से सुने क्योंकि वो आपके लिए ही आपको कुछ बता रहा है। बातों को ध्यान से सुने और फिर बातों का जवाब दे। इसे कहते है इज्जत से बातें करना।

2. देखभाल करे

देखभाल करने से भी आप इज्जत कर सकते हो। अगर किसी को आपकी मदद चाहिए तो बेझिझक उसकी मदद करे। अगर कोई आपका दोस्त समस्या में या चिंता में हो तो उसको प्रोत्साहित करे। ऐसे ही बहुत सी बातें है जिससे देखभाल दिखाया जा सकता है।

3. वादा न तोड़े

अक्सर वादा तोड़ने से रिश्तों में समस्या हो जाती है। तो दोस्तों अगर आप कोई काम नहीं कर सकते तो साफ-साफ मना कर दे। वादा तोड़ने से कही ज्यादा अच्छा है कि, मना कर दे। दोस्तों विश्वास जीतने में बहुत समय लग जाता है और गँवाने में कुछ सेकंड।

ये भी जाने- अपनी गलतियों को कैसे Accept करे? अपनी सोच को कैसे बदले?

4. अच्छे से रहे

अच्छे से रहने से हमारा मतलब है कि तमीज से रहना। अब एक बात बताए कि किसी बुजुर्ग व्यक्ति से affair की बात करे तो कैसा लगेगा, जी हाँ अजीब तो लगेगा ही। तो दोस्तों हर रिश्ते में कुछ बंदगी होती है उसी के हिसाब से हमे चलना चाहिए। अपने से छोटे बच्चों से प्यार से बात करे, अपनी उम्र वालो से जैसे मर्ज़ी बात करे चलता है पर अपनी से बड़ों के साथ तमीज से रहे।

5. ईमानदार रहे

जी, हाँ ईमानदार रहना बहुत जरूरी है। झूठ बोलने से आप किसी का भी विश्वास खो सकते हो तो भलाई इसी में है कि आप जैसे अंदर से हो वैसे ही बाहर से रहो। बातों को गोल मटोल न घुमाए और साफ-साफ बात करे। अपनी बातों से किसी का दिल न दुखाए और न ही किसी का झगड़ा करवाए। पीठ पीछे किसी की बुराई न करे, ऐसा करने से आप सभी का विश्वास खो सकते हो।

6. अपनी गलती माने

ग़लतियाँ तो सभी से होती है और अपनी ग़लतियों को मानना सबसे बड़ा बढ़पन होता है। दोस्तों अपनी ग़लतियों को छुपाने की कोशिश न करे क्योंकि यही ग़लतियाँ आगे जाकर आपको नीचा दिखा सकती है। अपनी ग़लतियों को माने और उसे सुधारने की कोशिश करे।