चिंता हम इंसानों का एक प्राकृतिक प्रक्रिया है आप इसे एक भावना भी कह सकते है। आप में सभी लोग कभी न कभी चिंता करते होंगे। चिंता करना अच्छी बात है इससे आपको अहसास होता है कि, आपके ऊपर कुछ जिम्मेदारी है। जो लोग हर छोटी छोटी बातों पर चिंता करते है या बहुत चिंता करते है ऐसे लोग अपनी जिंदगी आसानी से नहीं जी पाते मतलब खुशहाल वाली जिंदगी नहीं जी पाते। ज्यादा चिंता आपको अच्छे से सोने नहीं देती और आपके अन्दर नकारात्मकता को सक्रिय करती है।
कुछ शोध से पता चला है कि, ज्यादा चिंता आपको डिप्रेशन में ला सकती है और आपको शारीरिक स्वास्थ्य समस्या आ सकती है। पर आपको चिंता करने की जरुरत नहीं है, इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसे उपाय और तरीके बताने वाले है जिससे आप चिंता से मुक्त हो सकते है।
इसे भी पढ़ें- अपनी खुद की इज्जत (Respect) कैसे बनाए?
हम चिंता क्यों करते है?
अब बात करते है कि, हम चिंता क्यों करते है? चिंता हम तब करते है जब हमे किसी चीज के खोने का डर होता है या कुछ ऐसा काम जो आप समय पे पूरा नहीं कर पाते हो। चिंता का होना एक तरफ से अच्छी बात है तभी आप कुछ कदम ले सकते हो और समस्या को सुलझा कर सकते हो।
शोध से पता चला है कि, जो लोग चिंता नहीं करते वो लोग बेफिक्र रहते है ऐसे लोग किसी काम या बात को गंभीरता नहीं लेते है। तो दोस्तों जहां चिंता होती है वहां जिम्मेदारी का अहसास होता है।
चिंता कितने तरह कि है?
इस भाग में हम आपको बताएँगे कि, चिंता कितने तरह के होते है।
1. तनाव और चिंता
आजकल की जीवन शैली की वजह से सभी लोगो को अपने रोजमर्रा की जिंदगी में तनाव और चिंता को सहना पड़ता है। किसी को पढ़ाई की चिंता होती है तो किसी को काम की चिंता, किसी को इंटरव्यू की चिंता तो किसी को presentation की चिंता। किसी को काम पूरा करने की चिंता तो किसी को कही जल्दी जाने की चिंता। कोई न कोई हर रोज किसी न किसी चिंता और तनाव में होता ही है।
2. खोने के डर से
दूसरे तरह की चिंता को आप कह सकते है खोने के डर को। ऐसा तब होता है जब आपकी किसी चीज या किसी इंसान से बहुत लगाव होता है। आपके मन में ये डर या चिंता रहती ही रहती है कि कही आप उसे खो न बैठो।
3. भविष्य के डर से
तीसरी चिंता है भविष्य के डर से। ये चिंता सभी के माँ बाप में देखी जा सकती है। जब बच्चा पैदा होता है तभी से माँ बाप के मन में ये चिंता रहती है कि इसे कुछ अच्छा बनाना है ताकि ये समाज के साथ चल सके। आप ये वाली चिंता युवाओं में भी देख सकते है।
4. किसी विशेष चीज से डर लगना
डर को भी आप चिंता में मान सकते हो। कोई एक एसी विशेष चीज, वो कुछ भी हो सकती है जैसे कि :- स्कूल जाना, जानवर, कोई बड़ा खिलौना, डाट खाने से डर लगना।
इसे भी पढ़ें- घबराहट दूर करने के 5 आसान उपाय
चिंता से कैसे छुटकारा पाए?
दोस्तों इस भाग में अब बात करते है कि, चिंता से कैसे छुटकारा पाया जाए। नीचे हमने कुछ ऐसे तरीके बताए है जिसकी मदद से आप चिंता से छुटकारा पा सकते है। दोस्तों हमे उम्मीद है कि ये तरीके आपके बहुत काम आयेंगे।
1. अपनी चिन्ताओ के बारे में किसी से बात करे
चिंता को खत्म करने के 2 ही रास्ते है या तो अपनी समस्या का समाधान कर ले या किसी से सुझाव ले। जब आपको अपनी समस्या का समाधान न मिले तो आपको किसी बड़े से सुझाव लेनी चाहिए। आप अपनी समस्या को किसी को बता कर, एक तो अपना मन हल्का कर लोगे और दूसरा आपको एक अच्छा सुझाव भी मिल जाएगी। कुछ ऐसी समस्या जो आपकी दिमागी होती है जिससे आप काफी समय से गुजर रहे हो और आपको पता नहीं लग पा रहा हो कि, इससे कैसे बहार निकला जाए तो ऐसे में आपको मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर की सहायता लेनी चाहिए।
2. किसी बारे में ज्यादा न सोचे
कभी भी चिंता कोई बड़ा मुद्दा नहीं रहा है। हमने चिंता को बहुत ज्यादा खींच दिया है। जैसा की आप सभी को पता है कि, चिंता हमारे चरित्र का एक हिस्सा है। चिंता हमारे लिए बहुत जरूरी है। चिंता हमारे ऊपर तब हावी हो जाती है जब हम किसी विशेष चीज के बारे में बहुत ज्यादा सोचते है। ज्यादा सोचने से आप ओर सोचने लग जाते है जिससे क्या होता है कि, आप ज्यादा सोचते-सोचते ओर ज्यादा चिंता करने लग जाते है और ऐसे में आप चिंता से घिर जाते हो।
अगर आप इससे बहार निकलना चाहते हो तो आपको ज्यादा सोचना बंद करना होगा। अगर आप किसी समस्या में है तो उसे सुलझाने की कोशिश करे न की उस समस्या के बारे में सोचते रहे।
इसे भी पढ़ें- बहादुर कैसे बने? होशियार कैसे बने?
3. व्यस्त रहे
कुछ शोध से पता चला है कि, जो लोग बहुत ज्यादा व्यस्त रहते है वो ज्यादा तनाव और चिंता में नहीं रहते। व्यस्त रहने से आपका मन किसी काम में रहता है ऐसे में आपके मन में कोई फ़ालतू बातें नहीं आती है। अगर आपको लगता है कि आप ज्यादा समय खाली रहते है तो व्यस्त रहना शुरू कर दे। खाली समय में आप संगीत सुने, फिल्म देखे, कही बहार जाए, लोगो से मिले, किताबें पढ़े।
4. व्यायाम या ध्यान करे
व्यायाम आपको सिर्फ शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं रखता है बल्कि आपका मन तरोताजा रखता है। डॉक्टर का मानना है कि, रोजाना व्यायाम करने से आप चिंता करने के स्तर को कम कर देते हो। तो दोस्तों हर रोज कम से कम 10 से 15 मिनट तक व्यायाम करे। ध्यान से भी साबित हुआ है कि इसे करने से आप मन तरोताजा रहता है। ध्यान आपको तनाव मुक्त रहना सिखाता है। तो दोस्तों अगर आपको पता नहीं है कि, ध्यान कैसे की जाती है तो हमारे वेबसाइट पर ध्यान का आर्टिकल पढ़े।
5. गहरी साँस लें
गहरी सांस को भी बेहतर तरीका माना गया है चिंता से मुक्ति दिलाने के लिए। जब भी आपको लगे की आप चिंता महसूस कर रहे हो या आप बहुत ज्यादा चिंता या तनाव महसूस कर रहे हो तो ऐसे में आपको गहरी सांस लेनी चाहिए। डॉक्टर का कहना है कि, सबसे पहले साँस ले और कम से कम 5 से 7 सेकंड तक साँस को रोके और फिर धीरे धीरे साँस को छोड़े।