कहानियां

वफादार बाज – पंचतंत्र की कहानी

Wafadar baaj, Panchtantra ki kahani.. राजा जयचन्द्र को शिकार का बहुत शौक था। उन्होंने शिकार में दिशा ज्ञान के लिए एक बाज पक्षी पाल रखा था। बाज राजा का बहुत ही विश्वासपात्र था। वह जहाँ भी शिकार को जाते, बाज को साथ ले जाते थे। एक दिन राजा शिकार करने गए हुए थे। शिकार का […]

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लालच मौत का कारण – पंचतंत्र की कहानी

Lalach se jaan gai, Panchtantra ki kahani.. किसी गांव में हरदत्त नाम का एक ब्राहमण रहता था। वह स्वभाव में बड़ा दयालु और शांति प्रिय था। अगर कोई उसका अहित भी कर देता था, तो वह यह कहकर चुप हो जाता था कि इसके अन्याय की सजा इसे कोई और देगा। गर्मी के दिन थे।

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सच्ची सुन्दरता – तेनालीराम की कहानी

Sach ki sundarta, tenaliraam ki kahani.. बात उन दिनों की है जब सम्राट कृष्णदेव राय जी विजयनगर को सजा-संवार रहे थे। वह विजयनगर को ऐसा रूप देना चाहते थे कि लोग उसे देख कर स्वर्ग को भूल जाए। देश-विदेश के निपूर्ण कारीगर, शिल्पी और माली बुलवाकर उन्होंने मनोरस बगीचे लगवाए। सुंदर महल और मंदिर बनवाए।

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आधी धुप, आधी छावं – अकबर बीरबल की कहानी

एक दिन बादशाह अकबर ने दुखी होकर बीरबल को नगर से बाहर निकल जाने का आदेश दे दिया। मगर बीरबल तो हर हाल में खुश रहने वाले व्यक्ति थे। वह यह भी जानते थे कि बादशाह सलामत के यह गुस्सा थोड़े ही समय का है, शीघ्र ही उनकी नाराजगी दूर हो जाएगी। वे नगर से

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विचित्र मुंडन – तेनालीराम की कहानी

Mundan ki kahani tenaliraam… राजा कृष्णदेव राय के दरबारियों में तेनालीराम से जलने वालों की कोई कमी नहीं थी। वे तेनालीराम को राजा से दंडित कराने के नई-नई युक्तियाँ करते, लेकिन हर बार तेनालीराम की बुद्धिमत्ता के कारण मुंह की खाते और पछताते। तेनालीराम के हाथों कई बार चोट खा चुके समस्त दरबारी यह जानते

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चुना और मक्खन – अकबर बीरबल की कहानी

एक दिन बादशाह अकबर ने एक नौकर को दीवार से गिरा हुआ चुना उठाकर फेंकने का आदेश दिया। काम की अधिकता होने की वजह से वह बादशाह के आदेश का पालन नहीं कर सका। बादशाह ने दोबारा चुने को उसी हालत में पड़ा देखा तो वह क्रोध से भड़क उठे और उस नौकर को बुलाकर

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दया का फल – पंचतंत्र की कहानी

Daya ka fal, panchatantra ki kahani. नीलकंठ नाम का एक लकड़हारा था। वह बड़ी मेहनत से लड़कियां काटकर लाता। उन्हें बेचकर अपना और अपनी पत्नी का पेट पालता था। एक दिन वह लड़कियां काटकर घर लौटने वाला था, तभी उसकी नजर रंग-बिरंगी मैना चिड़िया पर पड़ी। नीलकंठ ने देखा मैना के शरीर पर कई छोटे-छोटे

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करामाती कबूतर – पंचतंत्र की कहानी

बरगद के पेड़ पे सिन्धुक नाम का एक कबूतर रहता था, उसकी एक बात बड़ी अनोखी थी। जब वह बीट करता था, तो वह सोना बन जाती थी। एक बार शिकार की तलाश में एक शिकारी उस पेड़ के पास आ निकला, तभी कबूतर ने बीट कर दी। देखते ही देखते वह सोना हो गयी।

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कबूतर की शादी – पंचतंत्र की कहानी

Kabutar ki shadi, panchatantra ki kahani.. शालकायन नाम के एक तपस्वी थे। एक बार वह नदी में नहाकर बाहर निकले तो देखा कि बाज ने झपट्टा मारकर एक कबूतरी को अपने पंजे में दबा लिया। उन्होंने एक पत्थर उठाकर बाज को मारा। चोट खाकर बाज घायल कबूतरी उसके पंजे से छुटकर गिर गयी। तपस्वी घायल

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अपमान का बदला – तेनालीराम की कहानी

Apmaan ka badla, tenaliram ki kahani.. तेनालीराम ने सुना था कि राजा कृष्णदेव राय बुद्धिमानी व गुणवानो का बड़ा आदर करते हैं। उसने सोचा, क्यों न उनके यहाँ जाकर भाग्य आजमाया जाए। लेकिन बिना किसी सिफारिश के राजा के पास जाना टेढ़ी खीर था। वह किसी ऐसे अवसर की ताक में रहने लगा, जब उसकी

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