कहानियां

चतुराई से जान बची – पंचतंत्र की कहानी

Samajhdari se jaan bachi, panchtantra ki kahani.. दोस्तों क्या आप जानते है कि अपने सूझ-बुझ से हम बड़ी से बड़ी कठिनाइयों का सामना बड़े ही आसानी से कर सकते है, पर जब कठिनाई आए तो हमें डरना नहीं चाहिए। डर हमारे सोचने की शक्ति को कम कर देता है जिसकी वजह से अनुकूल परिस्थितियों में…

माँ का प्यार – शिक्षाप्रद कहानी

Maa ka pyar, baccho ki pyari kahani.. दोस्तों दुनिया में कहीं सच्चा प्यार है तो वो माँ का ही है। माँ के जितना हमे ओर कोई प्यार नहीं करा सकता। माँ शब्द बोलने से ही सारे दुख दूर हो जाते हैं। वैसे तो बच्चों की ख़ुशी में ही माँ अपनी खुशी तलाश करती है, दुनिया…

बगीचे की सिंचाई – अकबर बीरबल की कहानी

एक बार नगर में ऐसी भीषण गर्मी पड़ी कि नगर के सभी बाग-बगीचे सुख गए। नदियों और तालाबों का जल स्तर घट गया। बीरबल के घर के पिछवाड़े भी एक बड़ा बगीचा था, जो सूखता जा रहा था। बगीचे में एक कुआ था तो सही, मगर उसका पानी इतना नीचे चला गया था कि दो…

दुश्मन से दोस्ती न करें – पंचतंत्र की कहानी

Dushman se dosti nahi karni chahiye, Panchtantra ki kahani.. प्राचीनकाल की बात है। एक विशाल जंगल में एक कौआ और हिरण रहते थे। दोनों बहुत ही अच्छे दोस्त थे। कौआ जिस घने पेड़ पर रहता था, उसी पेड़ के एक कोटर में हिरण ने अपना घर बना रखा था। कभी-कभी हिरण अकेले ही घास आदि…

पक्षी का न्याय – पंचतंत्र की कहानी

Chidiyo ki kahani, Panchtantra ki kahani.. एक थी रानी। राजा की प्यारी थी भी बहुत सुन्दर, मगर गुस्सेल। एक दिन वह राजमहल की छत पर बैठी बाल सुखा रही थी। सोने की शीशी में चंदन का तेल और चाँदी की कंघी लिये दासियाँ खड़ी थी। इतने में पक्षियों का एक झुंड राजमहल के ऊपर से…

60 दिन का महीना – अकबर बीरबल की कहानी

अकबर बादशाह का दरबार लगा हुआ था। वे राज-काज के काम निपटाकर हमेशा की तरह दरबारियों से बातें कर रहे थे। अचानक उनके मन में एक विचार आया और दरबारियों से मुखातिब होकर बोले। एक महीना तीस दिन का होता है। इसमें कितने सारे काम करने पड़ते है, अगर महीना 60 दिन का कर दिया…

ईश्वर जो करता है, अच्छा ही करता है – अकबर बीरबल की कहानी

एक बार बादशाह के हाथ ही उंगली बुरी तरह घायल हो गई। अकबर को व्याकुल देख बीरबल बोले, भगवान जो करता है, अच्छा ही करता है। इसे सुनकर अकबर को बड़ा गुस्सा आया। उन्होंने फौरन बीरबल को चार दिन के लिए कारागार में डलवा दिया। दूसरे दिन वे शिकार खेलने गए। अकेले होने के कारण…

शेर या धोबी का गधा – पंचतंत्र की कहानी

एक समय की बता है। एक किसान अपने खेत में धान की कटाई कर रहा था। इतने में शाम हो गई। अंधेरे को देखकर वह चिंतित हो उठा। चिंतित मन से किसान मजदूरों को चेतावनी देने लगा कि कटाई का काम जल्द पूरा कर लिया जाए, क्योंकि जितना भय अंधेरे का नहीं है, उससे ज्यादा…

मैं अकेला मुर्गा – अकबर बीरबल की कहानी

एक दिन बादशाह अकबर ने बीरबल के उपहास के लिए अन्य लोगों के साथ मिलकर एक योजना बनाई। योजना के अनुसार सभी ने अपनी जेबों में एक-एक अंडा रख लिया। जब बीरबल आए तो बादशाह बोले, बीरबल, इन हौज में कूदने पर एक अंडा मिलता है। हम सभी इसमें कूदेंगे और अंडा लेकर आएंगे। तुम…

सोने के हंस – पंचतंत्र कि कहानी

HOne ka hansh, panchtantra ki kahani.. चंदन नगर में कभी चित्रदत्त नाम का राजा राज्य करता था, उसके यहां एक तालाब पर हर समय राजा के सिपाही पहरा देते थे। बात यह थी कि उस तालाब में बहुत से सोने के हंस रहते थे। हर छठे महीने ये राजा को अपना एक-एक पंख दिया करते…