ब्लॉग का नाम ही हमें प्रेरित करती है

Hello bloggers कैसे हो आप सब, मुझे पूरी उम्मीद है कि आप अपने blogging में लगे हुए हो और रोजाना अपने ब्लॉग पर के नए पोस्ट जरुर publish करते होंगे, पर क्या कभी आपने सोचा है कि किसी भी ब्लॉग का नाम कितना मायने रखता है? नहीं ना, तो आज हम आपको ब्लॉग नाम कि अहमियत के बारे में बताएँगे और आज आप जानोगे कि एक ब्लॉग का नाम कैसे किसी को प्रेरित यानि कि प्रेरित करने का काम करता है।

जैसे हमारा ब्लॉग का नाम है smart2blogging (अभी acchibaat.com) जो किसी दूसरे ब्लॉग या वेबसाइट से मिलता जुलता नहीं है, यानि कि अगर आप smart2blogging से संबंधित कोई दूसरा नाम इंटरनेट पर search करोगे तो आपको मिलेगा नहीं और यही uniqueness हमें blogging करने के लिए प्रेरित करती है।

Update : Smart2blogging अभी live नहीं है। smart2blogging हमारा दूसरा ब्लॉग था जिसके content को हमने acchibaat.com पे transfer कर दिए है।

आपने बहुत से ऐसे top ब्लॉग के नाम जानते होंगे और ये भी जानते होंगे कि उनके ब्लॉग के नाम से संबंधित कौन सा दूसरा ब्लॉग है। आपने shoutmeloud ब्लॉग का नाम तो सुना ही होगा और आपने shoutmeloud से संबंधित भी ब्लॉग का नाम भी सुना होगा जैसे – shoutmehindi, shoutmehere, shouthere आदि। ये सभी दूसरे ब्लॉग shoutmeloud से मिलता जुलता नाम से है, इसका मतलब ये है कि shoutmeloud से प्रेरित होकर लोग उनसे मिलता जुलता नाम से ही ब्लॉग बनाते है।

Shoutmeloud एक इंग्लिश ब्लॉग है और इंग्लिश ब्लॉग का similar name वाले ब्लॉग मिलना थोड़ा मुश्किल है लेकिन अगर हिंदी ब्लॉग कि बात कि जाए तो आपको एक ही ब्लॉग नाम के कई सारे नाम इंटरनेट पर मिल जाते है।

जैसे अगर हिंदी motivational ब्लॉग कि बात कि जाए तो achhikhabar.com का नाम सबसे पहले लीया जाता है, और अगर इसी ब्लॉग नाम से संबंधित अगर हम इंटरनेट पर सर्च करे तो आपको बहुत से नाम देखने को मिलेंगे जैसे – Acchibaat, acchibaatain, achhisoch, acchisikh आदि। ये सभी ब्लॉग achhikhabar से प्रेरित हो कर ही अपना ब्लॉग बनाए है इसलिए तो इनके नाम में भी acchikhabar कि एक झलक नजर आती है।

Note : acchibaat.com हमारा ही ब्लॉग है इसमें भी आपको achhikhabar.com कि झलक जरुर मिली होगी, ऐसा इसलिए है क्योंकि 2016 में मैं खुद achhikhabar ब्लॉग से प्रेरित होकर अपना ये ब्लॉग बनाया है।

मैं भी 2016 में achhikhabar से प्रेरित हो कर अपना ब्लॉग बनाया था जिसका नाम मैंने रखा acchibaat.com, अब आप खुद अंदाजा लगा सकते हो कि मानवीय मानसिकता ही ऐसी है कि वो हमेशा किसी न किसी को follow जरुर करता है, चाहे असल जिंदगी हो या फिर blogging।

आज हम आपको इसी के बारे में वो छिपी हुई बातें बताने वाले है जिसे समझने में मुझे काफी साल लग गए और जब मुझे समझ में आया तो ये पता चला कि ब्लॉग नाम ही हमें प्रेरित करने का काम करती है। तो चलिए जानते है।

ब्लॉग का नाम ही हमें प्रेरित करती है

अब आप ये तो समझ ही गए होंगे कि एक ब्लॉग का नाम कितना जरूरी होता है, अगर आप किसी ब्लॉग से प्रेरित होकर अपना ब्लॉग बनाए हो तो आपके मन में ये ख्याल जरुर आया होगा कि उस ब्लॉग से मिलते-जुलता नाम से ही अपना ब्लॉग बनाया जाए।

अगर आपके मन में ये ख्याल आया है तो आप दूसरे ब्लॉग से प्रेरित हुए हो। प्रेरित होकर ब्लॉग बनाना कोई गलत बात नहीं, लेकिन किसी भी ब्लॉग को follow करना गलत बात है। इंटरनेट पर आपको बहुत सी जानकारी मिल जाएगी और अगर सिर्फ एक ब्लॉग कि बात कि जाए तो उसमे हर तरह कि जानकरी मिलना संभव नहीं, कहने का मतलब ये है कि अगर आप किसी के ब्लॉग को follow करोगे तो आपका मानसिकता एक follower कि तरह हो जायेगा और आप कभी भी अपने ब्लॉग को उस स्तर पर नहीं ले जा सकते जहां आपके ब्लॉग को दूसरे लोग follow करेंगे या फिर आपके ब्लॉग से प्रेरित होंगे।

हमें अपनी सोच का दायरा बढ़ाना होगा और ये फैसला करना होगा कि हम blogging क्यूँ करते है? क्या हम सिर्फ प्रेरणा के चलते अपना ब्लॉग बनाए है? या फिर हमे blogging के जरिए लोकप्रिय होना है?

इन सवालों का जवाब आपके ब्लॉग नाम में ही छिपा हुआ है। अगर आपके खुद का ब्लॉग नाम आपको प्रेरित नहीं करता तो आप दूसरे ब्लॉग से प्रेरणा लेकर क्या करोगे। ये बहुत सरल सी बात है जिसे ज्यादातर blogger नजरअंदाज कर देते है, लेकिन ये सच है अगर आप अपने ब्लॉग से ही खुश नहीं हो तो आपके ब्लॉग पर आने वाले visitors भी निराश होंगे।

हमारे ये पोस्ट लिखने का मुख्य मकसद यही है कि आप अपने ब्लॉग नाम को ही अपना प्रेरणा बनाओ, वो अलग बात है कि आप किसी दूसरे ब्लॉग से प्रेरित हो कर अपना ब्लॉग बनाए हो लेकिन अब आपको अपने ब्लॉग के जरिए ही खुद को प्रेरित करना होगा ताकि आप हमेशा blogging में सक्रिय रहो।

ज्यादातर blogger अपने list में ऐसे 3-4 ब्लॉग नाम को रखते है और उन्हें follow भी करते है, और कुछ ऐसे भी blogger है जो दूसरे top ब्लॉग को इतना follow करते है कि उनके सभी पोस्ट को अपने हिसाब से लिखने लगते है। ऐसा न करे, क्योंकि अगर आप किसी दूसरे blogger के पदचिह्न पर चलोगे तो आप खुद अपना रास्ता भूल जाओगे, और blogging करना भी बहुत भ्रामक लगेगा।

बेहतर यही है कि आप अपना रास्ता खुद बनाओ, जिसे जो करना है करे पर आप कुछ ऐसा करो जिसे देख कर लोग प्रेरित हो जाए, पर ऐसा करने के लिए आपको सबसे पहले अपने ब्लॉग से प्रेरित होना होगा।

आपने देखा होगा कि मैं अपने हर एक पोस्ट के आखिर में HAPPY BLOGGING लिखता हूँ, क्या आपने कभी सोचा है कि ये शब्द मैं क्यों इस्तेमाल करता हूं? ये शब्द मैं अपने लिए इस्तेमाल करता हूँ, और इस शब्द को अपने ब्लॉग पोस्ट के आखिर में लिखने के लिए मुझे बहुत से research और अनुभव share करने होते है और आखिर में जब मुझे लगता है कि पोस्ट पूरी तरह complete और impressive हो गयी है तो मैं HAPPY BLOGGING लिखता हूँ। ये शब्द मुझे अपने blogging के लिए प्रेरित और admire करने का काम करती है। ये शब्द लिख कर में खुद को recognize करने का काम करता हूं।

Friends अपने ब्लॉग से प्यार करो तो अच्छा है नहीं तो अगर आप किसी दूसरे ब्लॉग से प्यार करोगे तो आपके ब्लॉग का क्या होगा 🙂 HAPPY BOGGING

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Ravi Saw

रवि साव एक पेशेवर blogger हैं! वे एक इलेक्टिकल इंजिनियर थे पर blogging करने की रूचि ने उन्हें acchibaat.com बनाने कि प्रेरणा दी. इस वेबसाइट के जरिये वे रिश्तों कि जानकारी और बारीकियों के बारे में बताते हैं ताकि आपका रिश्ता जीवन भर खुशहाल रहे. साथ में रवि जी इस वेबसाइट पर टेक्निकल से संबंधित जानकारियां भी प्रकाशित करते हैं.

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