बच्चों की परवरिश कैसे करें? 11 बेहतरीन उपाय

बच्चों के घर में आने से खुशी का माहौल तो बनता ही है साथ ही ज़िम्मेदारी भी बढ़ जाती है। सभी माता-पिता चाहते है कि उनका बच्चा स्वस्थ और आत्मनिर्भर बने। अच्छी परवरिश देकर ये सब हासिल किया जा सकता है।

अगर हम परवरिश की बात करें तो इसकी कोई परिभाषा या तरीका नहीं होता है। इसके लिए स्तिथि के मुताबिक समझ-बुझ की जरूरत होती है।

क्योंकि हर बच्चे अलग-अलग है। सब पर एक ही नियम नहीं लागू हो सकता। सभी बच्चों कि परवरिश अलग तरह से होती है। कुछ बच्चे जहाँ प्यार की भाषा समझते है तो कुछ शक्ति की

इसलिए अगर यह कहा जाए कि परवरिश का यह एक मात्र तरीका है तो ऐसा कहना गलत होगा। आपके घर के और आपके आसपास के माहौल को देखने के बाद ही परवरिश केसी करना है यह निर्धारित कर सकते है।

परवरिश का मतलब सिर्फ ये नहीं है कि बच्चे कि खाने-पिने और पहनने-ओढ़ने की ज़रूरतों को पूरा करा जाए।

बल्कि इसका मतलब यह है आप अपने बच्चे को कैसी आदत (habit) सिखा रहे है और कैसे संस्कार दे रहे है। तो आइए जानते है कुछ ऐसे parenting tips जो आपके बच्चों कि परवरिश में मदद कर सकता है।

इसे भी पढ़ें- अपने बच्चे को अच्छी आदत कैसे सिखाये? 5 अच्छी आदत

बच्चों कि परवरिश करने के सही तरीके

बच्चों की परवरिश कैसे करें? 11 बेहतरीन उपाय

सबसे पहले तो आप जान लें कि बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते है। बचपन में वो जैसा देखते है वैसा ही सीखते है।

शायद यही वजह है जिन परिवारों में झगड़ा ज्यादा होता है उनमें भी वही गुण पाए जाते है।

इसलिए यदि आप अपने बच्चे का भविष्य संवारना चाहते है और उन्हें अच्छा इंसान बनाना चाहते है तो बचपन में ही उनकी सही परवरिश करें

1. बच्चों को समय दे

अगर आप बच्चों की परवरिश अच्छी तरह करना चाहते है तो सबसे पहला तरीका है कि उन्हें समय दे। यदि आपके पास समय ही नहीं होगा तो आप उनकी अच्छी परवरिश भला कैसे कर पाएंगे?

इसलिए अपने बच्चों के साथ समय बिताए। दरअसल कामकाजी माता-पिता के साथ अक्सर ये समस्या होती है कि उन्हें अपने बच्चों के साथ बिताने के लिए समय नहीं मिल पाता है।

तो कोशिश करें की माता-पिता अपने छुट्टी के दिन अपने बच्चों के लिए रखे। इसके अलावा आम दिनों में भी थोड़ा समय निकाल ले। और जाने कि वो अपना समय कैसे बिताते है और उनके दोस्त कौन है?

खुद को दिलकश इंसान बनाए कुछ लोगों के पड़ोसी ऐसे होते है जो पड़ोस के बच्चे को गलत शिक्षा देने की कोशिश करते है।

वे उन्हें गलत आदतें सिखाते है, जैसे उलटे-सीधे गाने सिखाना, या फिर गाली देना सिखाना। बच्चों पर हर चीज का असर होता है।

उन्हें किसी बात की समझ नहीं होती है, तो जो उन्हें दिलकश लगेगा वो उसी ओर खींचें जायेंगे।

इसलिए माता-पिता को बच्चों के लिए थोड़ा दिलकश बनना होगा। इसी से बच्चे ज्यादा से ज्यादा समय आपके साथ बिताना पसंद करेंगे।

यदि आप आपके बच्चे के सामने दिलकश और खुश इंसान की तरह रहते है तो आपका बच्चा किसी ओर कि तरफ आकर्षित नहीं होगा और हर चीज आपसे आकर ही पुछेगा।

ये भी जाने-

  • छोटे बच्चे कि देखभाल कैसे करे?
  • बच्चों को कैसे बड़ा करे? 10 जबरदस्त तरीके

2. उन्हें अकेला न महसूस होने दे

बच्चे को हमेशा इतना मजबूत बनाए कि वो जिंदगी में किसी भी चीज से हार न मानें।

इसके लिए आपको उनकी समस्या या फिर किसी भी तरह की शिकायत को ध्यान से सुनना होगा। आप उन्हें समस्या का समाधान निकालने में मदद कर सकते है।

आपको उसे जताना होगा कि वो इस दुनिया में अकेले नहीं है आप उनके साथ है। इससे आपका बच्चा समस्याओं से जीतना भी सीखेगा और मन खुश भी रहेगा।

3. सही गलत में फर्क बताए

आपको अपने बच्चों को sexuality education देना भी जरुरी है। इस education का ये मतलब नहीं है कि आप उन्हें से-क्स के बारे में बताए।

Sexuality education देना का मतलब ये है कि आप उन्हें अच्छे और बुरे तरीके से छूने का मतलब बताए। उन्हें बताए कि किस तरह का स्पर्श (touch) गलत है।

क्योंकि  हमारे आसपास का वातावरण बहुत खराब है। यहाँ तक की कई बार हमारे घर आए मेहमान भी ऐसी हरकत करते है।

इसलिए आपने बच्चों को इस बारे में शिक्षा देना जरूरी है ताकि वो इसका विरोध कर सके और अपने आत्मसम्मान की रक्षा कर सके।

लड़कों को 13 साल के उम्र में और लड़कियों को 11 साल की उम्र तक यह जानकारी दे देनी चाहिए।

ये भी जाने- बच्चे गलती करे तो क्या करना चाहिए?

4. बच्चों के रोल मॉडल बने

जैसा आप करोगे बच्चे वैसा ही सीखेंगे। इसलिए जैसा माता-पिता करते है, जैसे : माता-पिता के उठने-बैठने का तरीका, उनके साथ बात करने का तरीका, यह उनके बच्चों में भी देखा जा सकता है।

अपने बच्चों के लिए आदर्श माता-पिता बने। आसपास के लोगों और अपने साथी से बात करते समय शब्दों का ध्यान रखे।

इसके अलावा हमेशा सक्रिय रहे। ताकि आपका बच्चा भी आपकी तरह अच्छी lifestyle को अपनाए।

5. उन्हें अच्छा इंसान बनाए

हम बच्चों कि सुंदरता पर कितना ध्यान देते है। उन्हें अच्छे dress लाकर देते हैं ताकि वो अच्छे लगे। उनकी बाहरी सुंदरता के साथ-साथ उनकी अंदरूनी सुंदरता निखारना भी जरूरी है।

इसलिए बच्चों को दुसरो कि help करना, सभी के साथ प्यार से रहना, बड़ों का respect करना आदि बातें सिखाए।

6. अपनी अपेक्षा उन पर न थोपे

कुछ parents अपने बच्चों से काफी उम्मीद लगा बैठते है। ओर जब बच्चे उन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाते तो वो उन पर गुस्सा होते है और दुख जाहिर करते है।

लेकिन अगर आप अपने बच्चे कि अच्छी परवरिश करना चाहते है तो अपने बच्चों को सांत्वना दे। ऐसे में आपका बच्चा दोबारा try करेगा और किसी बात के पूरा न होने पर दुखी नहीं होगा।

जरुर पढ़ें- बच्चा कुछ भी याद नहीं कर पाता क्या करू?

7. बहुत ज्यादा गुस्सा न करे

अगर आप अपने बच्चे के किसी गलत decision पर जरूरत से ज्यादा गुस्सा करते है, तो ऐसे में बच्चा आपसे सच बोलने से डरने लगेगा।

आपके गुस्से से बचने के लिए वो झूठ बोलना सिख जाएगा। आपके बच्चे को इतना space दे की सच बोलने के लिए उसे ज्यादा सोचना न पड़े।

8. आत्मनिर्भर बनाए

बचपन से ही छोटे decision आपके बच्चे को खुद लेने दे। ऐसे में उनकी decision लेने की capacity का development होगा और future में वे challenges का सामना डट कर कर पाएंगे।

9. हर demand को पूरा न करें

जो parents उनके बच्चे की हर demand को पूरा करते है, उनके बच्चे जिद्दी हो जाते है। और बेवजह जिद करते है। ऐसे बच्चों को प्यार से समझाए कि उनकी demand जायज़ नहीं है।

और यदि बच्चा फिर भी न समझे तो थोड़ा शक्त होना जरूरी है। उनकी जिद करने की habit को छुड़वाने के लिए उन्हें छोटी-मोटी सजा दे। जैसे homework को दो बार करने के लिए कहे।

10. अपने problems को बच्चे से दूर रखे

कई बार parents tension में रहते है और अपना गुस्सा अपने बच्चों पर निकाल देते है। इस बात का बच्चों पर बुरा असर पड़ता है।

इसके कारण उनका मन दुखी रहने लगता है। इसलिए अपनी problems को side में रखकर, उनसे हमेशा अच्छे mood में बात करना चाहिए।

11. बचपन में ही सीख दे

आपने परवरिश के सही तरीके तो जान लिया है। लेकिन आपको उन तरीकों को बचपन से ही सिखाना होगा। क्योंकि बचपन के समय  में बच्चा जल्दी सीख जाता है।

एक बार अगर बच्चा बिगड़ जाए तो उसे फिर सुधारना मुश्किल है। इसलिए बचपन में ही सारी नियम सिखा दे।

Scroll to Top