बच्चा चोरी करने लगा है! ऐसे में क्या करें? सुझाव

ऐसे ही कई सवाल है जिसका जवाब आज आपको हमारे इसी आर्टिकल में मिल जायेगा। मेरे एक दोस्त है जो सरकारी नौकरी करते है। मैंने देखा है कि वो अपने काम की जगह पर प्रयोग होने वाली छोटी-छोटी चीज़ो, जो घर के लिए उपयोगी होती है, कभी बाजार से नहीं खरीदते। गिलास, ट्रे और कप के अलावा वे अपने बच्चों के लिए पेन, पेन्सिल भी ऑफीस से ही ले आते है।

सुना है, उनके 2 बेटे है और दोनो को ही चोरी करने की आदत है। किसी पड़ोसी के घर जाएँगे तो जेब में छिपाकर कोई न कोई समान ज़रूर अपने घर ले आएँगे।

एक दिन पौल खुल गई। पड़ोसी ने उन्हे अपनी घड़ी चुराते देख लिया था। काफ़ी हंगामा हुआ। पिता को अपने बच्चों के ऐसे काम पर लज्जित होना पड़ा। मैं भी वही था। बच्चे को वो डाट रहे थे और कह रहे थे – अभी तो छोटा है। आगे चलकर जब बड़ा होगा तो न जाने क्या करेगा।

वही करेगा, जो आप कर रहे है। मैं चुप न रह सका।

बच्चों में चोरी की आदत कैसे छुड़ाएं? बच्चा चोरी करता है
Baccho me chori ki aadat (Image Credit: Unsplash)

क्या मतलब?

मतलब यह है कि आपकी तरह यह भी अपने ऑफीस की छोटी-छोटी चीजे चुराकर लाया करेगा।

आप मेरे विषय में कह रहे है?

मैं आपसे केवल ये कह रहा हूँ कि आपका बच्चा चोर नहीं है।

ओर क्या है?

केवल आपका देखा-देखी कर रहा है।

आपका क्या मतलब है?

मैं ये भी कहूँगा कि बच्चे को चोर बनाने के पीछे मुख्य भूमिका आपका ही है। अगर आप ऑफीस की छोटी-छोटी चीजे चुराकर अपने घर न लाते तो आपका बच्चा कभी भी चोर न बनता। आप चाहे तो उसे अब भी सुधार सकते है।

वा कैसे?

बदल डालिए अपने आपको। छोड़ दीजिए वो सब, जो आप आज तक करते रहे है। मुझे भरोसा है – बच्चे पर इस बात का अच्छा प्रभाव पड़ेगा और वो चोरी छोड़ देगा।

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इसके बाद उन्होने मेरे सुझाव पर कितना अमल किया और अपने-आपको वो किस सीमा तक बदल सके, यह तो मैं नहीं जनता।

मगर सच्चाई ये है कि अपने जीवन में जिन बुरी आदतों को हम विशेष महत्व नहीं देते और हमेशा उन्हे छोटी-छोटी बातें कहकर टाल देते है, किसी भी बच्चे के लिए वे बातें अत्यंत महत्वपूर्ण हो सकती है। बच्चा उन्हे ध्यान से देखता है और फिर वही करता है जो हम करते है।

एक बात और है। बच्चे के किसी भी बुरी आदत को देखकर यह न कहे कि अभी बच्चा है। आगे चलकर सब ठीक हो जाएगा। प्राय देखा गया है कि जो बच्चे बचपन से बिगड़ जाते है उनके आगे चलकर ठीक होने की संभावना कम ही रहती है।

इसलिए अपनी हर बुरी आदत की ओर सावधान रहे। ध्यान रहे, बच्चा आप पर पैनी नजर रखता है। आप खुद को धोखा दे सकते है लेकिन अपने बच्चे को नही।