अगर सब्र नहीं है तो ब्लॉग्गिंग करना छोड़ दो

एक बच्चा जब पैदा होता है तब क्या वो चलना और बोलना सिख जाता? नही इसके लिए तोड़ा समय लगता ही है, बस ब्लॉग्गिंग भी इसी तरह है। आज आपने एक ब्लॉग बनाया और आप सोचते हो कि जल्द से जल्द आपका ब्लॉग लोकप्रिय हो जाए तो ये संभव नही है। हाँ ये संभव हो सकता है अगर आपके पास जोश के साथ-साथ धीरज हो।

आज हम ऐसे ही एक ब्लॉग्गिंग टिप्स और सुझाव के बारे में बात करने वाले है जिसे हर कोई कहता तो है लेकिन उसे follow नही कर पता। जी हाँ आज हम ब्लॉग्गिंग करने के दौरान सब्र (patience) की बात करेंगे। Patience को अगर हिन्दी में कहा जाए तो इसका मतलब होगा सब्र। ये शब्द ब्लॉग्गिंग के लिए जितना सहायक होता है उतना ही डिप्रेशन और तनाव से भरा होता है, क्योंकि सब्र करना सभी ब्लॉगर के बस की बात नही होती, और जो सब्र नही रख पाते वो ब्लॉग्गिंग करना छोड़ देते हैं।

हम ये नही चाहते कि आप ब्लॉग्गिंग छोड़ो, इसलिए आज का आर्टिकल आप सभी bloggers के लिए ही है जो ये सोचते है कि ब्लॉग्गिंग में सफलता पाना बहुत मुश्किल काम है।

अगर सब्र नही है तो ब्लॉग्गिंग करना छोड़ दो

हमने बचपन में एक कहावत सुनी थी कि सब्र का फल मीठा होता है। आपने भी ये कहावत जरूर सुनी होगी, लेकिन ये बात हम सबको पता है पर क्या कभी इस बात को हम follow करते है? नही, क्योंकि सभी इंसान के पास दो कान होते है, के कान से सुनो और दूसरे कान से निकाल दो।

आज हर कोई ऐसे इंसान को follow करता है जो पहले से सफल है और यही वजह है कि हम ऐसा कुछ करते ही नही जो पहले किसी ने किया ना हो। सिर्फ़ follow करने से कुछ नही होता। आपने किसी सफल ब्लॉगर की earning report देख कर ब्लॉग बनाने का सोच तो लिया पर क्या आपने ये सोचा कि ब्लॉग बनाने के बाद मेहनत के साथ साथ सब्र की जरूरत होती है।

सभी जानते है कि ब्लॉग के जरिए अच्छी कमाई की जा सकती है, लेकिन कभी कोई ये नही कहता की ब्लॉग बनाना तो आसान है लेकिन उसे manage करने के लिए कई साल का समय लग जाता है। और इतने सालों तक सब्र की जरूरत तो होगी।

कुछ दीनो पहले मुझे मेरे फेसबुक पर एक अनजान व्यक्ति का मैसेज आया, वो अपने ब्लॉग को लेकर बहुत चिंता में थे। उन्होंने मैसेज में ये कहा कि – भाई मैं पिछले 3 महीने से अपने ब्लॉग पर लगा हुआ हूँ, रोज 2-3 पोस्ट भी पब्लिश करता हूँ पर मेरे ब्लॉग की traffic improve नही हो रही। भाई मुझे गाइड करे, क्या ब्लॉग्गिंग करना मेरे लिए सही होगा। अगर कुछ हासिल नही हुआ तो मेरी सारी मेहनत पानी में मिल जाएगी।

तब मैने उनसे एक सरल सा सवाल किया कि – वैसे आप करते क्या हो? उन्होंने जवाब दिए कि मैं इंजिनियरिंग कर रहा हूँ और अगले साल इंजिनियरिंग पूरा हो जाएगी।

फिर मैने उनसे एक और सवाल किया कि – क्या आपको पूरा यकीन है कि इंजिनियरिंग पूरा होने के बाद आपको एक अच्छी जॉब मिल जाएगी?

वो थोड़ा confuse हो गए और कुछ समय बाद मुझे जवाब दिया कि – ये तो पता नही भाई, वैसे भी आज कल जॉब मिलना इतना आसान भी तो नही है।

आखिर में मैने उनसे ये कहा कि – इंजिनियरिंग करने के लिए तुमने अपने जीवन का कितना साल बिता दिया क्या आपको पता है? लगभग अपने जीवन का 16 साल। क्योंकि +2 के बाद ही इंजिनियरिंग की जा सकती है और +2 तक आने के लिए लगभग 12 साल का समय लग ही जाती है और इंजिनियरिंग के हुए 4 साल तो कूल मिलाकर आपने अपनी जीवन के 16 साल इंजिनियरिंग करने के लिए ही पढ़ाई की है, और अब आप कह रहे हो कि आपको अपने भविष्य का पता नही। आपने ब्लॉग्गिंग तो अभी-अभी शुरू की है और आप को लगता हिया कि आपकी मेहनत बेकार हो जाएगी, उसका क्या जो आपने 16 साल पढ़ाई के लिए बिताया है।

मेरे इतना कहने से ही वे समझ गए कि ब्लॉग्गिंग में भी समय लगता है और इसके लिए सब्र की बहुत जरूरत होती है। अगर आप भी अपने ब्लॉग से परेशान हो कि आपके ब्लॉग की traffic improve नही हो रही, Adsense approval नही मिल रहा तो आपकी परेशानी आपके ब्लॉग्गिंग करियर को बर्बाद कर सकता है। क्योंकि ऐसे समय में आपको सब्र रखना ही होगा।

आज भी कई लोग मुझे personaly contact करते है, FB में मैसेज करते है कि – मैं भी ब्लॉग्गिंग करना चाहता हूँ, क्या आप बता सकते हो कि ब्लॉग्गिंग कितने महीनों तक करने से सफलता मिल जाएगी।

तो मैं उन सभी भाइयों से यही कहना चाहूँगा कि ब्लॉग्गिंग में सफलता और विफलता जैसे शब्द होते ही नही है, ये तो बस एक सोच होती है। अगर आप अपने ब्लॉग को लेकर सकारात्मक रवैया और सब्र रखते हो तो आप अपने ब्लॉग से हमेशा खुश रहोगे और आपका ब्लॉग हमेशा आगे बढ़ता जाएगा।

कुछ दीनो पहले मुझे एक ब्लॉगर भाई के साथ कॉल में बात करने का मौका मिला, मैं उनका नाम नही लेना चाहूँगा। अगर वो मेरा ये पोस्ट पढ़ रहे है तो उन्हे पता चल ही जाएगा कि मैं किन की बात कर रहा हूं 🙂 वो रोज 10-15 घंटे ब्लॉग्गिंग करते है और उनके अंदर Adsense का कीड़ा घुसा हुआ है। कुछ ब्लॉगर भाई ऐसे भी होते है जिनको ब्लॉग्गिंग का दीवाना कहना गलत नही होगा, ऐसे ही कुछ ब्लॉगर होते है जिनके दिमाग में सिर्फ़ Adsense का कीड़ा होता है।

मैं जिनसे फोन में बात कर रहा था उनके दिमाग में भी Adsense का ही कीड़ा है, वो सिर्फ़ अपने ब्लॉग पर Adsense ad देखना चाहते है। जो कि किसी भी ब्लॉगर का पहली प्राथमिकता होती है। लेकिन यही पहली प्राथमिकता के चक्कर में हम अपने मुख्य प्राथमिकता को भूल जाते है।

मुख्य प्राथमिकता मतलब ” visitors “। अगर आप अपने मुख्य प्राथमिकता यानी की visitors के लिए ब्लॉग बनाए हो तो आप सिर्फ़ और सिर्फ़ अपने ब्लॉग visitors को ध्यान में रखते हुए ही पोस्ट पब्लिश करोगे। और सभी ब्लॉगर की ये मुख्य प्राथमिकता को भी दिमाग में रखना होगा, ताकि visitors हमारे ब्लॉग पर बार-बार आए और हमारा ब्लॉग धीरे-धीरे लोकप्रिय हो सके।

अचानक कोई भी ब्लॉग लोकप्रिय नही होता, लोकप्रिय होने के लिए सबसे जरूरी ये है कि आपके ब्लॉग को लोग जाने और दोबारा आपके ब्लॉग पर विज़िट करे। अगर आप अपने ब्लॉग पर एक ही विषय से संबंधित पोस्ट पब्लिश करते हो तो ऐसा करना कोई मुश्किल काम नही, लेकिन इसके लिए भी आपको सब्र की जरूरत होगी।

निष्कर्ष – Conclusion

बिना सब्र के ब्लॉग्गिंग करना संभव ही नही। और हम यही उम्मीद करते ही कि आज का हमारा पोस्ट पढ़ने के बाद आप ये तो जरूर समझ गये होंगे कि ब्लॉग्गिंग में सब्र की कितनी जरुरत है। मुझे ब्लॉग्गिंग करते हुए लगभग 5 साल से भी ज़्यादा हो गये है और इन 5 सालों में मैने बहुत सब्र किया है, कभी ब्लॉग traffic improve करने के लिए सब्र तो कभी Adsense approval के लिए सब्र… और आज मैं इतना तो समझ ही गया हूँ कि सब्र सिर्फ़ आपके समय लेता है और समय बीत जाने के बाद अच्छा समय जरूर आता है। Happy Blogging

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