अब वो मुझसे बात नहीं करना चाहता क्या करूं?

Hello Friends, सुषमा नाम कि लड़की प्यार मोहब्बत के जाल में ऐसी उलझ गई है कि जिंदगी को जहन्नुम बना बैठी है. एक लड़का है जिससे वो प्यार करती है और वो भी कहता है कि वो सुषमा से बहुत प्यार करता है और शादी करना चाहता है, लेकिन अब वो लड़का उससे बात नहीं करना चाहता जिस कारण सुषमा बेहाल परेसान है और हमसे पूछ रही है कि, अब मैं क्या करूँ? चलिए पहले हम सुषमा की कहानी उसी कि जुबानी सुनते है यानि कि पढ़ते है और फिर उसकी help करने कि कोशिश करते है..

सुषमा कि परेशानी

मेरे BF का नाम चंदन है और मेरे relation को 4 साल हो गए हैं, मैं उससे बहुत-बहुत ज्यादा प्यार करती हूं. मैं उसके बिना नहीं जी सकती. पहले तो वो मुझसे बहुत अच्छे से बात करता था और शादी के लिए भी propose करता था, लेकिन अब बात करना भी नहीं चाहता है.

अब वो मुझसे बात नहीं करना चाहता क्या करूं?
अब वो मुझसे बात नहीं करना चाहता क्या करूं?

मैं उसके बिना नहीं रह सकती, इसलिए कभी अपना हाथ काटती हूं, कभी expiry date कि medicine खा लेती हूं, बस इसलिए कि वो मुझसे बात करे. लेकिन अब बहुत ज्यादा हो गया है, जीने का भी मन नहीं करता. मुझे पता नहीं क्या हो गया है उसके अलावा मुझे और कुछ नहीं दीखता है. मैंने breakup करने कि भी कोशिश की लेकिन फिर उससे बात किये बिना मैं खुद ही नहीं रह पाई. Plz help me. मुझे बताओ कि अब मैं क्या करूँ plz!

सलाह

सुषमा मैंने तुम्हारी पूरी कहानी दो बार पढ़ी और अब जो मैं बताने जा रहा हूं वो पहले पूरा पढो और फिर सोचो कि तुम्हे क्या करना चाहिए?

तुम्हारे साथ जो ये सब हो रहा है वो सब असल में कुछ नहीं सिर्फ तुम्हारे मन का खेल है, तुम्हारी thinking तुम्हारी असली problem है. Reality में तुम्हारे साथ कोई problem है ही नहीं लेकिन तुम खुद अपने लिए problem बना रही हो..

तुमने कहा- तुम उससे प्यार करती हो. ठीक है चलो मान लिया कि तुम बहुत प्यार करती हो, लेकिन क्या वो करता है?? वो बिलकुल प्यार नहीं करता, और जो हरकतें तुम कर रही हो उसके बाद उसे तुमसे उल्टा नफरत होने लगेगी! इसी कारण वो तुमसे अपना पीछा छुड़ाना चाहता है और तुम इस बात को समझने के बजाये हाथ काटने और दवाई खाने जैसी उलटी सीधी हरकत करती हो, जो इस बात का proof है कि तुम में maturity नहीं है, शरीर से तुम बड़ी जरुर हो गई होगी पर दिमाग एक नासमझ बच्चे वाला है, इसलिए तुम अपनी पसंद की चीज न मिलने पर इतनी हाय-तौबा मचा रही हो.

समझने वाली बात ये है कि वो तुमसे अलग होना चाहता है और तुम हाथ धो के उसके पीछे पड़ी हो जिससे उसको भी परेशान कर रही है और खुद को भी दुख दे रही हो. मेरी दोस्त, ये प्यार नहीं पागलपन होता है, ऐसे करके प्यार हासिल नहीं हुआ करते, मान लो इस तरह तुमने उसे पा भी लिया तो कभी सोचा है कि फिर क्या होगा? ना तो वो और उसके घर का कोई तुम्हारी इज्जत करेगा और ना ही तुम्हे कुछ बोलने देगा, अगर तुमने कुछ भी बोला तो वो तुम्हे यही कहेंगे – “तू ही मरी जा रही थी, हम तो नहीं गये थे तेरे पीछे”.

मेरी एक बात बहुत ध्यान से सुनो – “प्यार, इश्क़, मोहब्बत और feelings एक जगह है लेकिन… दुनिया में self-respect से बढ़ कर और कोई भी चीज नहीं होती, कुछ भी नहीं… इज़्ज़त की कीमत प्यार से बहुत ज़्यादा होती है, और जो तुम अभी कर रही हो वो रास्ता विनाश की तरफ जाता है.”

अगर कोई आपसे प्यार करता है तो आपको उसे free छोड़ देना चाहिए और – अगर वो आपके पास आए तब वो प्यार होता है ना की हाथ जोड़ कर, पैर पकड़ कर, रो पीट के ज़बरदस्ती का रिश्ता प्यार होता है.” वो तुमसे प्यार नहीं करता और तुम उसके साथ कभी भी खुश नहीं रह पाओगे. इसलिए अपनी सोच थोड़ी सी बदलो.

मेरे साथ इससे भी बहुत बुरा हुआ है लेकिन देखो आज मैं तुमसे बात कर रहा हूं और अपनी जिंदगी पूरी शान से जी रहा हू, अगर मैं तुम्हारी तरह सोचता या करता तो मैने कब का suicide कर लिया होता, लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया क्यूंकि ये ग़लत है. और आज किसी का बाप भी मेरे सामने मूह नहीं खोल सकता क्यूंकी लाख सितम हो जाने के बाद भी अपनी इज़्ज़त किसी के कदमो में नहीं रखी.

आखिर में, मैं तुमको बस यही सलाह दूंगा कि… किसी को अपने से प्यार करने के लिए मजबूर मत करो, अपनी ज़िंदगी पूरी खुशी और positivity के साथ जियो. जो तुम्हारी बात को समझते है और सम्मान करते है जैसे कि तुम्हारे दोस्त, तुम्हारे मामी, पापा, भाई, बहन और मैं उनके साथ खुशी से अपनी ज़िंदगी spend करो, तकदीर में लिखा हुआ हमे मिलना ही है, जब उपर वाले ने हमे कुछ देने का मन बनाया होगा तो वो मिलेगा ही मिलेगा.

इसलिए अब से खुद को परेशन करना बंद, अभी उठो, जाओ नहाओ और अपने आप को बदलो. उसके साथ बिताए पल और बातें याद आएगी तो उन्हे याद करके परेशां होने के बजाय एक स्माइल के साथ उनसे अपना दिमाग़ हटा दो, याद आएगी जरूर पर तुम उस पर ध्यान ही मत दो.

मन बार बार उसी तरफ जाएगा लेकिन अगर हम चाहे तो मन को control करना हमारे बस में है, और ये बहुत आसान है. बस हमारी will power strong होनी चाहिए. तुम अपने दिमाग को train करो कि समय बर्बाद नहीं करना है अपने काम में लगाना है. अपने आप को busy रखो, दोस्तों के साथ time spend करो, मस्ती करो और positive attitude के साथ जिंदगी जियो. फिर वो याद आनी भी खुद कम और बंद हो जाएगी.

मैंने कई लोगों को सही रास्ते पर आने में help किया है और आज तुम भी उनमे जुड़ गई हो. अब मुझे पूरी उम्मीद है कि मेरी दोस्त कहेगी – “क्या बात है, तुमने तो मेरी ज़िंदगी बना दी” ? दोस्तों अगर आपके पास भी सुषमा के लिए कोई सलाह या सुझाव है तो प्लीज़ comment के ज़रिए ज़रूर share करे. मुझे उम्मीद है मेरा जवाब आपको पसंद आएगा. धन्यवाद

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