19 संकेत जो आपको बताएँगे कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं

महिलाओं के लिए सबसे बड़ी खुशी तब होती है जब उन्हें या पता चलता ही कि वो माँ बनने वाली है, महिला जब प्रेग्नेंट होती है तो शरीर में कुछ बदलाव नजर आते है और इन सभी बदलावों के बारे में हम आज बात करेंगे और जानेगे कि वो लक्षणों के बारे में जो आपको बतायेगा कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं? आप प्रेग्नेंट हैं या नहीं इसका पता शरीर में होने वाले बदलाव या pregnancy kit के जरिए लगाया जा सकता है।

गर्भावस्था के बारे में कोई खबर मिलने पर अलग-अलग महिलाओं की अलग-अलग सोच होती है। बहुत सी महिलाएं गर्भवती होने पर बहुत ज्यादा खुश होती है, जबकि कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं जो गर्भवती नहीं होना चाहती और इस वजह से ऐसी महिलाएं गर्भावस्था को लेकर चिंता में रहती हैं। महिलाओं की physiology कैसी भी हो पर गर्भवती होने से पहले की स्तिथि सभी के लिए समान होती है। महिलाओं में ज्यादातर गर्भावस्था के समय या गर्भावस्था से पहले दो तरह के लक्षण पाए जाते है-

  1. शारीरिक लक्षण
  2. भावनात्मक लक्षण

अगर किसी महिला को माँ बनने का एहसास हो रहा हो तो गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण को जरूर जानना चाहिए। आज हम आपको गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण के बारे में विस्तार से बताएँगे।

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19 संकेत जो आपको बताएँगे कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं

गर्भधारण करने के बाद महिला में जो हारमोन बदलाव होते हैं उसका असर शरीर के बाहरी अंगों पर भी दिखाई देते हैं। जिससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि महिला प्रेग्नेंट है या नहीं। प्रेगनेंसी के दौरान हमारे शरीर में काफी बदलाव आते है जिसे नोटिस करके हम बहुत आसानी से पता लगा सकते है कि हम प्रेग्नेंट है या नहीं। ऐसे ही कुछ शारीरिक बदलाव के बारे में हम आज बात करेंगे जो कि प्रेगनेंसी के दौरान आप खुद महसूस कर सकते हो। तो चलिए जानते है।

1. पीरियड का ना आना

मासिक धर्म /period/mc का नहीं आना प्रेगनेंस का सबसे बड़ा लक्षण है लेकिन कई बार शरीर की जटिलताओं के कारण भी मासिक धर्म में देरी हो सकती है। अगर आपका पीरियड मिस हो गया है तो ये लक्षण प्रेगनेंसी का हो सकता है। वैसे भी अगर आप का पीरियड नियमित रूप से हर महीने आता है और अचानक पीरियड ना हो तो आप समझ सकते हो कि आप प्रेग्नेंट हो।

2. हल्की ब्लीडिंग होना या तरल पदार्थ निकलना

संबंध के 10 से 15 दिन के बाद आपको एक बार या दो बार हलकी spotting हो सकती है। गर्भावस्था के लक्षण में हल्की ब्लीडिंग आपको आपके पीरियड्स के डेट से पहले हो सकती है, इसलिए आप यह न सोच लें की आपका पीरियड्स जल्दी आया और सही तरीके से नहीं चला। प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में तीन माह तक हलकी spotting हो सकती है। लेकिन, अगर ज्यादा ब्लीडिंग हो तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। 

3. स्तन में बदलाव नजर आना

अगर आप पहली बार माँ बनने जा रही हैं तो सबसे पहले बदलाव आपके breast में दिखेगा। Breast ज्यादा पीड़ादायक और टाइट हो जाएंगे, निप्पल का आकार बढ़ जाएगा। अचानक आए अपने स्तन में बदलाव को आप आसानी से महसूस कर सकते हो जो आपको बताएगी कि आप प्रेग्नेंट हो। गर्भधारण करने वाली महिलाओं के शरीर में बहुत से हारमोन बदलाव होते हैं जिनके कारण-

  • स्तन (breast) कोमल हो जाते हैं।
  • स्तन में झनझनाहट महसूस होती है।
  • स्तन में भारीपन महसूस होता है।
  • स्तन में दर्द होता है।
  • निप्पल काले हो जाते हैं।
  • निप्पल बड़े हो जाते हैं।

4. कपड़े बदलने में परेशानी आना

गर्भधारण के बाद महिलाओं को कपड़े बदलने में परेशानी आती है क्योंकि गर्भधारण करने पे बाद निप्पल में दर्द होता है, जिसके कारण कपड़े बदलना असुविधाजनक लगता है। एक प्रेग्नेंट महिला के निप्पल बड़े और सख्त हो जाते है जिसकी वजह से उनमें दर्द रहता है। अगर आपके निप्पल में दर्द हो रहा है और आपको कपड़े बदलने में परेशानी आ रही है तो ये प्रेगनेंसी कि निशानी है।

5. छोटे-छोटे काम करते हुए थक जाना

अगर आपको छोटे-छोटे काम करते हुए भी थकावट महसूस हो रही हो या किसी काम में मन न लगता हो तो ये संकेत भी आपके प्रेग्नेंट होने के हो सकते हैं। आप अपने दैनिक जीवन में हो रहा बदलाव को notice करके भी अपने pregnancy होने के एहसास को पहचान सकते हो। अचानक आपको लगे कि आप रोज कि तरह अपने काम को ठीक से नहीं कर पा रहे हो या कोई भी काम करने में आपका मन न लग रहा हो या फिर हलके-फुल्के काम को करते हुए भी आप थक जा रहे हो तो ये pregnancy कि निशानी हो सकती है।

6. स्तन में दर्द होना

गर्भधारण करने के बाद स्तन में दर्द कई बार बहुत ज्यादा होता है, तो कई बार दर्द बहुत कम होता है। महिला की छाती पर दबाव पड़ने से स्तन के काफी दर्द महसूस होता है। अगर किसी महिला को सुबह के समय अपने स्तन में भारीपन लगता है तो ये गर्भावस्था का लक्षण हो सकता है। गर्भावस्था के लक्षण सिर्फ स्तन के भारीपन पर नहीं रहता बल्कि स्तन के आकार में भी बदलाव होते हैं। स्तन की नसें फूलना, areola में ज्यादा कालापन आना आदि गर्भावस्था के लक्षण हो सकते हैं। अगर स्तन को छूने से असहज महसूस होता है और स्तन नरम, उछालभरी हो जाते हैं तो यह गर्भावस्था की एक अहम निशानी है।

7. बार-बार पेशाब का आना

बार-बार बाथरूम जाने से आप परेशान हैं तो यह दर्शाता है कि शायद आप प्रेग्नेंट हो सकती हैं। अगर आपको बार-बार पेशाब लग रही है तो इसका कारण pregnancy भी हो सकती है।

8. सूंघने की क्षमता

गर्भवती होने के बाद महिलाओं में सूंघने की क्षमता बढ़ जाती है, जिसके कारण थोड़ी सी गंध से भी महिला को घुटन होने लगती है। अगर आपको ऐसा लक्षण महसूस होता है तो आपको तेज गंध वाली चीजों से दूर रहना चाहिए और अच्छा deodorant और अच्छा perfume इस्तेमाल करना चाहिए।

9. मतली आना और उल्टी होना

मतली आने का मतलब होता है जी मचलना, उलटी होने से पहले जैसा हमसुस होता है उसी को मतली आना कहा जाता है। गर्भधारण करने के बाद महिला की सूंघने की क्षमता बढ़ जाती है, जिसके कारण मतली आती है। गर्भावस्था के शुरुआत में महिलाओं को सुबह-सुबह मतली आने की समस्या होती है।

गर्भवती होने के 6 महीने तक गर्भवती महिलाओं को मतली की समस्या से जूझना पड़ता है। अगर महिला को सुबह के समय मतली के साथ उल्टी होती है तो इसे morning seekness कहा जाता है। बहुत सी महिलाओं को मतली दोपहर और शाम को भी हो जाती है।

जब महिला गर्भवती होती है तो उसके शरीर में बहुत से हार्मोन में बदलाव होते है जिसके कारण मतली आती है। उलटी आना सबसे आम बात है जिसके जरिए आप बड़े आसानी से पता लगा सकते हो कि आप प्रेग्नेंट हो।

उलटी आना pregnancy कि पहली निशानी होती है। अगर आपको उलटी आ रही है, उलटी करने का बार-बार मान कर रहा है, उलटी आ रही है लेकिन उलटी नहीं हो रही तो इसका साफ-साफ यही मतलब निकलता है कि आप प्रेग्नेंट हो।

10. Morning sickness होना

गर्भधारण करने के पश्चात महिलाओं को सुबह से वक़्त मतली या उलटी या कमज़ोरी महसूस होती है, इन सभी को morning sickness कहा जाता है। ये लक्षण गर्भधारण करने के 2-3 हफ्ते बाद शुरु हो जाता है। यानि कि प्रेगनेंसी होने के तुरंत बाद आपको morning sickness वाली समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता, प्रेग्नेंट होने के 2-3 हफ़्तों के बाद ही आपको इसका पता चलता है। वैसे भी आपने सुना ही होगा कि प्रेगनेंसी में उलटी होती है।

11. सांस लेने में तकलीफ होना

अगर आप गर्भवती हैं तो आपके भ्रूण को ऑक्सीजन की जरूरत होती है जो आपके द्वारा उसको मिलती है, जिसके कारण आपको सांस लेने में भारीपन महसूस होता है। यह समस्या पूरी गर्भावस्था के दौरान होती रहती है। जैसे-जैसे आपकी गर्भावस्था आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे सांस लेने में भारीपन ओर महसूस होगा क्योंकि जब भ्रूण का विकास होता है तब फेफड़ों को diaphragm पर भी दबाव पड़ता है।

12. जीभ का स्वाद बदल जाना

गर्भवती महिला के शरीर में हार्मोनल परिवर्तन हो जाने के कारण उसके जीभ का स्वाद भी बदल जाता है। ऐसा होने पर आपको कई तरह के फ़ूड का taste बदला नजर आता है और आप सिर्फ खट्टा पदार्थों के स्वाद को ही पहचान पाते हैं। यही एक वजह है जिससे गर्भवती महिलाओं को खट्टा खाने का मन करता  है। अगर किसी महिला का मन अचानक खट्टे या चटपटे खाने का हो और अपने सामान्य खान-पान में अरुचि होने लगे तो समझ जाएँ कि आप गर्भवती हैं।

गर्भवती होने के बाद सामान्य भोजन में अरुचि और खट्टे व चटपटे भोजन में रूचि होना स्वाभाविक है। ऐसा महिला के शरीर में होने वाले हार्मोन में बदलाव के कारण होता है। गर्भधारण करने के बाद महिलाओं की खाने-पिने की रूचि बदल जाती है। महिलाओं को ऐसे खाने से नफरत हो सकती है जो पहले उनका पसंदीदा भोजन रहा हो और ऐसे खाने कि इच्छा जन्म ले सकती है जिसे खाने में उन्हें अच्छा न लगता हो।

13. थकान और कमजोरी

गर्भावस्था के दौरान को हार्मोन में बदलाव होते हैं उसकी वजह से शरीर में थकावट और कमजोरी महसूस होती है। यह थकावट और कमजोरी जैसे-जैसे भ्रूण का विकास होता है वैसे-वैसे थकावट और कमजोरी ज्यादा महसूस होने लगती है। डॉक्टर का मानना है कि महिलाओं में थकान होना गर्भवती होने का पहला लक्षण होता है। अगर किसी महिला को दोपहर के समय अचानक थकान या कमजोरी महसूस होती है तो उसे गर्भावस्था जांच करवा लेना चाहिए।

14. ज्यादा पेशाब आना

गर्भावस्था के शुरूआत में महिला को ज्यादा और अधिक मात्रा में पेशाब आती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्भवती होने के बाद महिला का शरीर ज्यादा तरल पदार्थ उत्पादित करता है, जिसके कारण मूत्राशय का दबाव महसूस होता है तथा पेशाब ज्यादा और अधिक मात्रा में आती है। गर्भवती होने के बाद महिला के शरीर में खून का प्रसार बढ़ जाता है, साथ ही किडनी का आकार भी बढ़ जाता है। यही सभी कारणों की वजह से गर्भवती होने के बाद थोड़ी-थोड़ी देर के पश्चात पेशाब आता रहता है।

15. चिड़चिड़ापन

अगर आपका मूड ज्यादा खराब रहता है और आप चिड़चिड़ी सी हो जाती हैं और आपको ज्यादा गुस्सा आता है तो यह गर्भावस्था का लक्षण हो सकता है। यह लक्षण गर्भावस्था के शुरुआती लक्षण में से एक लक्षण है। जब महिला गर्भवती होती है तो उनका मूड बहुत ज्यादा बदलता है। ऐसे में महिला का मन पल भर में कुछ काम करने का मन करता है तो उसी पल ओर कुछ करने का मन करता है।

गर्भवती होने के बाद महिला के मूड में बदलाव, शरीर में होने वाले हार्मोन में बदलाव और थकान व कमजोरी आदि के कारण होता है। शरीर में हुए हार्मोन में बदलाव के कारण चिड़चिड़ी सी हो जाती है। ऐसे में उन्हें ऐसी चीजें पसंद आ जाती है जो उन्हें पहले पसंद न हो और वो चीजें जिसे वो पसंद करती है उसे अचानक नापसंद करने लगती है।

16. सिर दर्द

बहुत सी महिलाएं गर्भवती होने के बाद सिर दर्द की परेशानी से जूझती हैं, तो कई महिलाएं जिन्हें सिर दर्द की परेशानी होती है वे गर्भवती होने के बाद सिर दर्द में कमी महसूस करती है। हर महिला का शरीर अलग-अलग होता है और हर महिला के गर्भावस्था के लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। कई महिलाएं गर्भावस्था के 2 हफ्ते तक कोई बदलाव महसूस नहीं करती हैं तो कई महिला इन बदलाव को पहले हफ्ते में ही महसूस कर लेती हैं। सिर में दर्द अन्य कारणों की वजह से भी हो सकता है। इसलिए पूरी संतुष्टि के लिए गर्भावस्था जांच करवाना अच्छा होता है।

17. पीठ दर्द

अगर किसी महिला को पहले कभी पीठ दर्द के समस्या ना हुई हो और अब उसे हल्का-हल्का पीठ दर्द लगातार होता है तो यह गर्भावस्था का लक्षण हो सकता है। पीठ दर्द इसलिए हो सकता है कि आप के ligament loose हो रहे हो या आपकी गर्भावस्था के कारण वजन बढ़ने से भी पीठ में दर्द हो सकता है।

18. पेट में ऐंठन

गर्भावस्था के लक्षणों में से एक लक्षण पेट में ऐंठन होना भी है। गर्भावस्था में भ्रूण का आकार बढ़ने की वजह से पेट में ऐंठन महसूस होती है।

19. कब्ज की शिकायत

गर्भ ठहरने के लक्षण में कब्ज हो जाना भी शामिल है। महिला को कब्ज की समस्या प्रेगनेंसी के शुरुआत से लेकर अंत तक हो सकती है। ऐसा  इसलिए होता है क्योंकि प्रेगनेंसी के समय शारीर में progesterone हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। जिस वजह से खाना आंत में धीरे-धीरे जा पाता है। खाना धीरे जाने के चलते यह पचने में समय लेता है और गर्भवती महिला को कब्ज से गुजारना होता है।

बहुत सी महिलाओं को गर्भावस्था होने के बाद कब्ज की शिकायत रहती है क्योंकि गर्भावस्था में पेट फूलने लगता है और महिला के शरीर में सूजन हो जाता है, जिसके कारण पाचन प्रक्रिया भी प्रभावित होती है और कब्ज की शिकायत हो जाती है।

अब प्रेगनेंसी टेस्ट कैसे करे?

अगर आपको एहसास होता है कि आप गर्भवती हों और आपको पक्का यकीन न हो तो इसके लिए आप घर ही प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इसके लिए बाजार में बहुत अलग-अलग ब्रांड की pregnancy test strip मौजूद है। आप किसी भी ब्रांड की pregnancy kit ले सकती हैं और आसानी से अपनी प्रेगनेंसी चेक कर सकती हैं। लेकिन ध्यान रहे strip से की गई जाँच सिर्फ प्राथमिक जाँच है, इसलिए पक्के यकीन के लिए डॉक्टर में जाँच ज़रूर करवाए।

प्रेगनेंसी टेस्ट के दौरान मूत्र (urine) में मौजूद human chorionic gonadotropin (HCG) का पता लगाया जाता है। अगर मूत्र में HCG मौजूद है तो इसका मतलब आप प्रेग्नेंट है। अपने घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट हमेशा सुबह उठने के बाद करना चाहिए, इससे best result प्राप्त होते हैं क्योंकि उस समय HCG की मात्र ज्यादा होती है।

प्रेगनेंसी के पहले 3 महीने काफी संवेदंसिल होते हैं। सुरुवाती महीने में गर्भपात के आशंका ज्यादा रहते है। इसलिए प्रेगनेंसी टेस्ट बहुत ही जरूरी है।

प्रेगनेंसी टेस्ट के result positive आने पर आप सही वक़्त पर सावधान हो सकती है। अधिक बार ऐसा होता है कि महिला को प्रेगनेंसी के बारे में पता ही नहीं होता और वह लापरवाही बरतती है। ऐसा करने से गर्भपात का ख़तरा बढ़ जाता है। प्रेगनेंसी टेस्ट positive आने पर आप तुरंत डॉक्टर से consult करे और डॉक्टर की राय से ही काम करे। ऐसी गलती न करे जिससे बच्चे को नुकसान हो।

पीरियड में देर होना, बहुत जल्दी थकान महसूस करना आदि प्रेगनेंसी के लक्षण हो सकते है लेकिन 100% यकीन के लिए HCG टेस्ट बहुत अच्छा तरीका मन जाता है। HCG टेस्ट आप खुद घर पे कर सकती है। HCG टेस्ट के लिए इन points को फॉलो करें –

प्रेगनेंसी टेस्ट करे का तरीका

किसी भी medical store से एक HCG kit या pregnancy test strip ख़रीद लें। ये लगभग 50-150 रूपए तक की मिलती है। HCG kit में दो चीजें आपको मिलती है। पहली चीज है test device जिसे कार्ड भी कहा जाता है और दूसरी चीज dropper मिलती है।

7 संकेत जो आपको बताएँगे कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं

प्रेगनेंसी टेस्ट सुबह के वक़्त करनी चाहिए , जिसके परिणाम सही आते हैं। प्रेगनेंसी टेस्ट का इस्तेमाल करने के लिए dropper में पेसाब लेकर kit में जो छोटा सा छेद होता है उसमे पेसाब की 3 बूँदें डाल दें।

7 संकेत जो आपको बताएँगे कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं

इसके बाद 5 मिनट का इन्तेजार करें। 5 मिनट इन्तेजार करने के बाद, kit में देखें।

7 संकेत जो आपको बताएँगे कि आप प्रेग्नेंट हो या नहीं

अगर kit में 2 लाइन बनी है, तो आप प्रेग्नेंट है। अगर kit में अगर सिर्फ 1 लाइन बनी है तो आप प्रेग्नेंट नहीं है। अगर kit में एक भी लाइन नहीं बनी है तो इसका मतलब kit ख़राब है।

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आज आपने क्या जाना?

आपने उन सात संकेतों के बारे में जाना जिससे आप आसानी से पता लगा सकते हो कि आप pregnant हो या नहीं और साथ में ये भी जाना कि pregnancy टेस्ट कैसे कि जाती है। आप संकेतों को पहचान कर ये सुनिश्चित कर सकती हो कि आप माँ बनाने वाले हो या नहीं उसके बाद आप pregnancy टेस्ट भी कर सकती हो। अगर आपको हमसे कुछ पूछना हो तो निचे comment जरुर करें। धन्यवाद

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