दोस्तों आज हमारे जीवन में जितने ही ज्यादा सुविधाएं है उतने ही ज्यादा कई सारी चुनौतियां भी है अगर आप अपने बच्चों को बचपन से ही निडर बनाओगे तो वह अपने भविष्य में आने वाली बड़ी से बड़ी एवं छोटी से छोटी चुनौतियों से कभी नहीं डरेगा जो लोग जीवन में आने वाली चुनौतियों से नहीं डरते है वही लोग जीवन में सफल हो पाते हैं।
अब सवाल उठता है कि हम Bacche Ko Nidar Kaise Banaye तो आज हम आपको अपने इस लेख में बच्चों को निडर बनाने के तरीकों के बारे में बताने वाले है और आज आप इस लेख को पढ़कर अपने बच्चों को आसानी से निडर बना सकते हो।
हम आप को बच्चों को निडर बनाने की जो भी तरीके बताएंगे वह सभी तरीके प्रैक्टिकली वर्क करते है इसलिए हम चाहेंगे कि आप लेख में हमारी आज की इस जानकारी को बिल्कुल भी मिस ना करें और इस लेख को अंतिम तक अवश्य पढ़ें।
Table of Contents
बच्चों को निडर कैसे बनाए
बच्चों को निडर बनाने के लिए सबसे पहले आप सभी पेरेंट्स को निडर बनना होगा और इसके साथ साथ आपको अपने बच्चों को मोटिवेशनल कहानियां सुनानी होंगी और आपको उनके प्रति ज्यादा प्रोटेक्टिव नहीं होना है और उन्हें उनकी हर एक गलती के लिए नहीं डांटना हैं।
दोस्तों अगर आपका बच्चा निडर नहीं होगा तो उसे आज के जमाने में कोई भी बड़ी ही आसानी से दबा देगा और वह अपनी काबिलियत कभी भी कहीं भी साबित नहीं कर पाएगा क्योंकि उसे किसी भी चीज को करने में किसी ना किसी चीज के प्रति डर होगा इसीलिए बच्चे को निडर बनाना बेहद जरूरी हैं।
बच्चे को निडर बनाने के लिए हमारे द्वारा दी गई टिप्स को आप पूरा पढ़ें और एक भी जानकारी बिल्कुल भी मिस ना करें तभी आपको बच्चे को निडर बनाने से संबंधित बेस्ट टिप्स के बारे में जानकारी समझ में आएगी और आप अपने बच्चे को आसानी से निडर बना सकोगे।
उसके डर को जानने की कोशिश करे
दोस्तों जब कभी भी आपके बच्चे किसी भी बात को लेकर डर लगने लगे तो आप सबसे पहले उसके डर को जानने की कोशिश करें जब तक आप उसके डर को नहीं जान पाएंगे, तब तक आप अपने बच्चों के मन से डर को कभी नहीं निकाल पाएंगे और ना ही आप उन्हें निडर बना पाएंगे।
बच्चों को निडर बनाने के लिए आप सभी पेरेंट्स को उनके साथ हमेशा एक फ्रेंड के जैसा व्यवहार बनाना है और अपने बच्चों के उनके जीवन में घटित हो रही सभी घटनाओं पर नजर रखना है। जब कभी भी आपके बच्चे डर जाए, तो उनसे इनडायरेक्टली उनके डर का कारण पूछें, आप अपने बच्चों से डायरेक्टली उनके डर का कारण ना पूछें अन्यथा वे और ज्यादा डर सकते हैं।
मोटिवेशनल कहानियां सुनाएं
दरअसल दोस्तों अपने बच्चों को महान लोगों की कहानियां सुनाने से बच्चे के अंदर निडर बनने की क्षमता उत्पन्न होती है, जब बच्चे अपनी मां के पास सोते है, तो वह बड़े शांत दिमाग से अपनी मां की बातों को सुनते है जैसे लोरी, कहानी और गाना। बच्चों को निडर बनाने के लिए यह एक दिलचस्प तरीका है कि आप उन्हें महान लोगों की कहानियां और मोटिवेशनल कहानियां सुनाएं। अगर आप इन सब बातों का ध्यान रखते हो, तो आप अपने बच्चों को निडर बना सकते हो।
पेरेंट्स खुद निडर बने
वर्तमान समय में बहुत से ऐसे पेरेंट्स है जो खुद छोटी से छोटी परेशानी के आ जाने पर डर जाते है और घबराने लगते है और यदि आप चाहते है कि आपका बच्चा निडर बने तो यह कैसे संभव है। इसके लिए आपको खुद निडर बनना होगा जब आप निडर बनोगे तो आपका बच्चा आपको देखकर साहसी बनेगा और उसके अंदर से डर धीरे-धीरे बाहर निकलने लगेगा। आपने सुना होगा बच्चे माता-पिता के नक्शे कदम पर ही चलते है इसीलिए आप बच्चे को निडर बनाने से पहले खुद निडर बनाना सीखें।
छोटी-छोटी बातों पर ना डांटे
अगर आप अपने बच्चे को हर एक छोटी से छोटी गलती पर डांट देते है तो बच्चे के अंदर डर पैदा हो जाता है और ऐसे में बच्चे को अपने आप पर से कॉन्फिडेंस कम होता जाएगा और आप अपने बच्चे को उनकी छोटी से छोटी गलतियों पर डाटने के बजाय उन्हें प्यार से समझाने की कोशिश करें।
अगर आपका बच्चा आपके समझाने के बावजूद भी आप को इग्नोर करके बार-बार एक ही गलती दोहरा रहा है तो ऐसे में आपको उसकी ऐसी गलती को इग्नोर नहीं करना चाहिए बल्कि आपको थोड़ा बहुत उसे डांट लगानी चाहिए और ध्यान रहे बस आपको उतना ही डांटना है जितना आवश्यक है। ज्यादा लाड प्यार भी बच्चों को खराब कर देता है इसीलिए प्यार से समझाएं परंतु आवश्यकता पड़ने पर डांटे भी।
फिजिकल गेम के लिए करे प्रेरित
दोस्तों आजकल बच्चे फिजिकल गेम खेलने के बजाय मोबाइल फोन में और कंप्यूटर में डिजिटल गेम खेलना पसंद करते है जिसकी वजह से उन्हें बाहरी दुनिया के बारे में पता नहीं होता और जब वे बाहरी दुनिया से अवगत होते है तो उन्हें किसी ना किसी चीज से डर लगता है और ऐसे में आपको अपने बच्चे को इंडोर गेम खेलने के बजाय फिजिकल गेम खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए।
अब कुछ भी बच्चों के साथ फिजिकल एक्टिविटी करने के लिए उनका सहयोग दें और उनके साथ आउटडोर गेम खेलें ताकि बच्चा आपको देखकर आउटडोर गेम खेलने में अपनी रुचि लगा सके और जब बच्चा आउटडोर गेम चलेगा तो उसके मन में उत्सुकता आएगी और साथ ही में बच्चा खुद को काफी फिजिकली एक्टिवेट भी समझेगा। बच्चे के मन से डर निकालने के लिए और उसे साहसी बनाने के लिए फिजिकल गेम खेलने के लिए प्रेरित जरूर करें।
बच्चों पर ज्यादा प्रोटेक्टिव ना हो
दोस्तों आप अपने बच्चों का ज्यादा ध्यान रखते हो या आप अपने बच्चों के लिए ज्यादा परेशान होते हो और आप उसके सभी काम खुद कर देते है, तो आपका बच्चा अपनी जिम्मेदारी को उठाना कभी भी नहीं सीख पाएगा, ऐसे में आप अपने बच्चों को जब तक उनकी जिम्मेदारियां संभालने के लिए सक्षम नहीं बनाएंगे तब तक आपका बच्चा अपनी जिम्मेदारियां नहीं उठा पाएगा।
जब अचानक से आपके बच्चे के ऊपर जिम्मेदारी आएगी तो वह जिम्मेदारी से डर जाएगा क्योंकि उसने कभी भी जिम्मेदारी उठाई ही नहीं है। इसीलिए बचपन से ही बच्चों के प्रति ज्यादा प्रोटेक्टिव ना रहे हां जितना आवश्यक है उतना रहना बेहद जरूरी है परंतु हद से ज्यादा ओवर प्रोटेक्टिव सही नहीं है। बच्चे को बचपन से ही थोड़ी बहुत जिम्मेदारी जरूर दें ताकि बच्चा अपने भविष्य में आने वाली जिम्मेदारियों से कभी भी ना डरे।
सही गलत की पहचान करवाएं
एक समझदार और निडर बच्चा वही कहलाता है जो क्या सही है और क्या गलत है इस चीज को समझने की क्षमता रखता हो। आपने देखा होगा कि बड़े-बड़े बच्चे सही गलत के बीच अंतर नहीं समझ पाते है और कुछ ऐसी गलतियां कर देते है जिनसे वे भविष्य में डरने लगते हैं।
अगर आप चाहते हो कि आपका बच्चा कभी भी भविष्य में अपनी गलती से ना डरे तो आपको अपने बच्चे को क्या सही है और क्या गलत है इसकी पहचान करवाना शुरू कर दीजिए। जब आपका बच्चा अच्छे तरीके से समझने लगेगा कि उसके लिए क्या करना चाहिए और उसके लिए क्या करना नहीं चाहिए तब वह कभी भी अपने जीवन में ऐसी कोई गलती नहीं करेगा जिससे उसे पछताना हो या फिर उसे डर ना पड़े।
डरना नहीं लड़ना सिखाएं
अगर आपका बच्चा अंधेरे से डरता है या फिर किसी जानवर से डरता है तो आपको बच्चे को और भी डराने के बजाय उससे लड़ना सिखाना चाहिए। आप वही काम करें जिस चीज से आपका बच्चा डर रहा है और वह काम आपने बच्चे के सामने ही करें।
जब आप ऐसा करोगे तो बच्चा आपको देखकर धीरे-धीरे निडर बनेगा और उसके मन में जिस चीज को लेकर डर होगा वह धीरे-धीरे बाहर निकलने लगेगा। बच्चे के मन से अंधेरे उजाले के डर को भी दूर करना बेहद जरूरी है इसीलिए इस बात का भी ध्यान रखें और बच्चे को हर माहौल में डालने की कोशिश करें।
बच्चे की सोच को सकारात्मक बनाएं
हर एक बच्चा हमेशा नकारात्मक ही सोचता है क्योंकि उसे सकारात्मकता के बारे में पता नहीं होता है। बच्चे की सोच को सकारात्मक रूप देने के लिए आपको अपने बच्चे को हर समय सकारात्मक चीजों के बारे में बताएं उसे ईश्वर के बारे में बताएं, ईश्वर की शक्ति के बारे में बताएं, प्रकृति की शक्ति के बारे में बताएं और अपने मनोबल को बढ़ाने के बारे में बताएं इन सभी चीजों से बच्चे का मन सकारात्मक होगा और वह हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ेगा जिससे उसे कभी भी डर नहीं लगेगा।
बहादुर बच्चा बोल कर संबोधित करे
हमने देखा है जो पहली बार माता-पिता बनता है, या फिर कम पढ़ा लिखा होता है अक्सर वे अपने बच्चे को किसी भी बात को लेकर डरपोक बच्चा डरपोक बच्चा कह कर संबोधित करते है ऐसे कहने पर आपका बच्चा निडर बनने के बजाय और भी डरने लगेगा।
आपको डरपोक बच्चे की जगह बहादुर बच्चा कहकर बुलाना चाहिए। जब आप अपने बच्चे को बहादुर बच्चा कह कर संबोधित करोगे तो वह अपने आप ही बहादुर महसूस करेगा और वह किसी चीज से कभी भी नहीं डरेगा। आपका बच्चा चाहे जितना बड़ा या फिर चाहे जितना छोटा हो आपको उसे डरपोक कभी भी नहीं कहना है आपको उसे हमेशा बहादुर बच्चा ही कहना है इससे काफी ज्यादा असर पड़ता है यकीन नहीं होता तो एक बार आप इस चीज को करके जरूर देखें।
बच्चे को निडर कैसे बनाएं? से संबंधित पूछे जाने वाले कुछ प्रश्न
जहां पर हम ने बच्चे को निडर कैसे बनाएं? से संबंधित आप लोगों द्वारा पूछे जाने वाले कई अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर दिए हुए है और आप एक बार इन प्रश्नोत्तर को भी जरूर पढ़ें।
Q. बच्चों को निडर कैसे बनाएं?
बच्चों को निडर बनाने के लिए उन्हें हमेशा अच्छी चीजों की तरफ अग्रसर करें और आप उन्हें हमेशा किसी भी काम को करते समय निडरता दिखाने की प्रेरणा दे।
Q. बच्चे क्यों डरते है?
अक्सर कई बार ऐसा होता है, कि बच्चे अंधेरे में या फिर कहीं और जाने से डर जाते है और इतना ही नहीं बच्चे कभी कभी अपने मां-बाप के डांट से भी डरते है, ऐसे में हम सभी लोगों को उनसे फ्रेंडली रहना है और अंधेरे के प्रति उन्हें साहसी बनाना है।
Q. बचपन से ही बच्चे को निडर कैसे बनाएं?
जब बच्चा छोटा हो तो उसे वीर कथाओं को सुनाएं और उसके सामने खुद साहस का परिचय दें जब आप ऐसा करोगे तो आपके बच्चे के अंदर निडरता बचपन से ही धीरे-धीरे उत्पन्न होने लगेगी।
Q. बच्चे के मन से डर कैसे निकाले?
आपका बच्चा किस चीज से डर रहा है या फिर उसके डरने की क्या वजह है यह जानने का सबसे पहले प्रयास करें जब आपको यह पता चल जाए तब आप उसके सामने ही वह काम करें जिससे वह डरता है और उसके साथ में ही रहे उसे भी उस काम को करने के लिए प्रोत्साहित करें धीरे-धीरे बच्चा अपने अंदर से इस प्रकार से डर को बाहर निकालने में सक्षम बन पाएगा और ध्यान रहे कभी भी जबरदस्ती बच्चे को डांट कर उसके मन से डर बाहर नहीं निकलना चाहिए नहीं तो वह निडर बनने के बजाय और भी डरेगा।
निष्कर्ष
हमने आज के इस लेख में आप सभी लोगों को Bacche Ko Nidar Kaise Banaye के बारे में विस्तारपूर्वक से बेस्ट और प्रैक्टिकल जानकारी प्रदान की हुई है। हमें उम्मीद है कि आपको अपने बच्चे को निडर बनाने में हमारा आज का यह लेख काफी ज्यादा हेल्पफुल और यूज़फुल साबित होगा।
अगर आपके लिए हमारा यह लेख जरा सा भी हेल्पफुल साबित हुआ हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ और अपने सभी सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना ना भूले ताकि आप जैसे ही अन्य लोगों को भी इस महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में आप के जरिए पता चल सके एवं उन्हें ऐसे ही रिलेशनशिप, फैमिली हुड और सेल्फ इंप्रूवमेंट से संबंधित लेख को पढ़ने के लिए कहीं और बार-बार भटकने की बिल्कुल भी आवश्यकता ना हो।