जो ईश्वर में विश्वास रखता हो – आस्तिक
जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक
जिसके माता-पिता न हो – अनाथ
जो व्याकरण का विद्वान (expert) हो – व्याकरणज्ञाता, वैयाकरण
दूर की बात सोचने वाला – दूरदर्शी
जो दान करता हो – दानी
जिसको लज्जा न हो – निर्लज्ज
जो धर्म के काम करे – धर्मात्मा
जो देखा न जा सके – अदृश्य
जो पढ़ा-लिखा न हो – अनपढ़, निरक्षर
जो काम कठिन हो – दुष्कर
जो काम आसान हो – सुकर
दिन में होने वाला – दैनिक
सप्ताह में होने वाला – साप्ताहिक
पक्ष में होने वाला – पाक्षिक
मास में होने वाला – मासिक
तीन महीने में होने वाला – त्रेमासिक
छ: महीने में होने वाला – छमाही
नौ महीने में होने वाला – नवमसिक
वर्ष में होने वाला – वार्षिक
जो सब कुछ जनता हो – सर्वज्ञ
जो थोड़ा जनता हो – अल्पज्ञ
किये हुए उपकार को मानने वाला – कृतज्ञ
किए हुए उपकार को न मानने वाला – कृतघ्न
जो ऋण दे – उत्तमर्ण
जो ऋण ले – अधमर्ण
जो आकार वाला हो – साकार
जिसका आकार न हो – निराकार
जिसका रूप अच्छा हो – सुरूप
जिसका रूप अच्छा न हो – कुरूप
जिसको भय न हो – निर्भय
जिसको डर न हो – निडर
अच्छा बोलने वाला – सुवक्ता
अच्छा लिखने वाला – सुलेखक
बुरे मार्ग पर चलने वाला – कुमार्गगामी
जिसका आचार अच्छा हो – सदाचारी
जिसका आचार अच्छा न हो – दुराचारी
जो अपनी हत्या करने वाला हो – आत्मघाती, आत्महन्ता
जिसमे दया हो – दयालु, सदय
जिसमे दया न हो – निर्दय, निर्दयी
जिसका अन्त न हो – अनन्त
जिसके समान दूसरा न हो – अनन्य
जिसका पार न हो – अपार
जिसकी तुलना हो – अतुलनीय
जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय
जिसकी चार भुजाएं हों – चतुर्भुज
जिसमे कपट न हो – निष्कपट
जो कभी न मरता हो – अमर
जो कभी बुढा न हो – अजर
जिसमें विकार न आता हो – निर्विकार
सबको समान देखने वाला – समदर्शी
समान समय में होने वाला – समसामयिक
काया का – कायिक
वाणी का – वाचिक
सतोगुण वाला – सात्विक
रजोगुण वाला – राजसिक
तमोगुण वाला – तामसिक
नीति को जानने वाला – नीतिज्ञ
दूध पर रहने वाला – दुग्धाहारी
जिसका वर्णन न हो सके – अवर्णनीय
जो जल में रहता हो – जलचर
जो आकाश में घूमता हो – नभचर, खेचर
वह पहाड़ जिससे आग निकलती हो – ज्वालामुखी
जो कुछ जानने की इच्छा रखता हो – जिज्ञासु
जो मोह न रखता हो – निर्मोही
जिसे किसी से लगाव न हो – निर्लेप, अलिप्त, निर्लिप्त
जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर, नाशवान
जो नष्ट न होने वाला हो – अनश्वर, अविनाशी
जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु
जो लेने की चाह रखता हो – लिप्सु
जो सहन कर सकता हो – सहिष्णु, सहनशील
जो बहुत रूप धारण करता हो – बहुरूपिया
वसुदेव का पुत्र – वासुदेव
शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति
जिसके पांच मुख हो – पंचानन, पंचमुखी
जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो – अष्टाध्यायी
जिसमें संदेह न हो – निस्सन्देह
जिसकी हजार भुजाएं हो – सहस्त्रबाहु
जिसकी ऊपर की ओर भुजा हो – उध्र्व्बहू
जो प्रतिदिन नहाता हो – नित्यस्नायी
मोक्ष की इच्छा करने वाला – मुमुक्ष
जो न्याय को अच्छी प्रकार जनता हो – न्यायिक
किसी का पक्षपात करने वाला – पक्षपाती
जिसमे कोई सार न हो – निस्सार, सारहीन
जो देर तक रहे – चिरस्थायी
जो राजा का द्रोह करे – राजद्रोह
जो नई चीज निकाले – आविष्कारक
जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक
जो साधा न जाए – असाध्य
जो पूर्ण समय में हुआ हो – भूतपूर्व
जिसके समान दूसरा न हो – अद्वित्य
जो क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य
जिसकी संख्या न हो सके – असंख्य
जीके हाथ में चक्र हो – चक्रप्राणी
जो सुधार करे – सुधारक
स्त्री-पुरुष का जोड़ा – दम्पति
अपना मतलब साधने वाला – स्वार्थी
एक जाती के – सजातीय
अपना नाम स्वय लिखना – हस्ताक्षेप
जनता द्वारा चलाये जाने वाला राज्य – जनतंत्र